Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी की कथित अंदरूनी लड़ाई को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा.


शिमला में प्रेस वार्ता के दौरान विक्रमादित्य सिंह का ध्यान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर ही केंद्रित रहा. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने सत्ता में रहते हुए हिमाचल प्रदेश के हित के लिए संसाधन जुटाने पर कोई ध्यान नहीं दिया. साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में असली और नकली की लड़ाई की चिंगारी को आग में तबदील करने की कोशिश भी की.


दो साल में 31 हजार रोजगार उपलब्ध करवाने का दावा


विक्रमादित्य सिंह ने दावा किया कि बीते दो साल में कांग्रेस सरकार ने 31 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाए हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पांच साल सत्ता में रहते हुए सिर्फ 20 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया.


 उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के वक्त भर्तियों में घोटाले होते थे और इसी की वजह से कांग्रेस सरकार को सत्ता में आने के बाद राज्य चयन आयोग का गठन किया गया. उन्होंने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा में रोजगार के यह आंकड़े वे उपलब्ध करवाएंगे.


उन्होंने कहा कि वह इसके लिए विपक्ष के सदस्यों को डिबेट के लिए भी आमंत्रित कर रहे हैं. अगर वह चाहें, तो रोजगार पर आकर बहस कर सकते हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से सहयोग मिल रहा है. जब भी वे केंद्र सरकार से सहयोग के लिए जाते हैं, तो कांग्रेस सरकार के मंत्री के तौर पर नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री के तौर पर जाते हैं. ऐसे में केंद्रीय मंत्रियों से भी यही अपेक्षा करते हैं कि वह भी खुले मन से हिमाचल प्रदेश की मदद करें.


हिमाचल बीजेपी में वर्चस्व की लड़ाई- विक्रमादित्य सिंह 


लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में असली और नकली बीजेपी की लड़ाई चल रही है. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेता बीजेपी पर वर्चस्व कायम करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे बीजेपी के पुराने नेता परेशान हैं.


विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर खुद को अर्थशास्त्री समझते हैं. उन्होंने पूछा कि पांच साल सत्ता में रहते हुए उन्होंने प्रदेश में रिसोर्स मोबिलाइजेशन के लिए क्या काम किया. विक्रमादित्य सिंह ने तंज करते हुए कहा कि जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री रहते हुए रिवेन्यू डिफिसिट ग्रांट की मलाई खाने का काम किया और प्रदेश का धन लूटा दिया.


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