Vikramaditya Singh Withdrew His Resignation: हिमाचल में सियासी संकट के बीच कांग्रेस के लिए राहत की खबर आई है. विक्रमादित्य सिंह ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. दरअसल, आज विक्रमादित्य सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री पद से इस्तीफे का एलान किया था. हालांकि शाम होते होते उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया. 


दरअसल, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपना इस्तीफा वापस लेते हुए कहा कि मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया. मैं इसको लेकर अब दबाव नहीं बनाऊंगा. व्यक्ति से बड़ा संगठन होता है.


इससे पहले आज सुबह करीब साढ़े दस बजे विक्रमादित्य सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफा देने का ऐलान किया था. इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उनका इस्तीफा नामंजूर करने की बात कही थी. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि व्यक्ति बाद में है और संगठन पहले.


इस्तीफा वापस लेते समय विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया. मैं इसको लेकर अब दबाव नहीं बनाऊंगा. व्यक्ति से बड़ा संगठन होता है. वहीं सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कुछ लोग उनकी इस्तीफे की अफवाह फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर खुद कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया, जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश को शर्मसार करने का काम किया.


अपनी ही सरकार पर खड़े किए थे सवाल
विक्रमादित्य सिंह ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि एक साल में प्रदेश में भारी कुप्रबंधन हुआ है और इससे जनता नाराज है. विक्रमादित्य सिंह ने अपने बयान में यह भी कहा था कि युवाओं ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए अहम योगदान दिया, लेकिन सरकार बनने के बाद युवाओं को उसका अधिकार नहीं दिया जा सका. विक्रमादित्य सिंह ने अब 11 घंटे से भी कम वक्त में अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला ले लिया है.


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