(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal Monsoon Session: हिमाचल में BJP नेता विपिन परमार CM सुक्खू पर तंज, बोले- ‘ग्रह ठीक नहीं लग रहे...’
मानसून सत्र के पहले दिन नियम-102 के तहत सरकारी प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इस दौरान विपक्ष के सदस्य विपिन सिंह परमार ने मजाकिया लहजे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को जन्मपत्री दिखाने की नसीहत दी.
Himachal Monsoon Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले की शुरूआत दोपहर 2 बजे हुई. मानसून सत्र के पहले दिन हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की चर्चा से मानसून सत्र की शुरूआत हुई. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सरकार की ओर से नियम- 102 के तहत लाए गए सरकारी प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति दी. इस चर्चा में पक्ष-विपक्ष के सदस्य हिस्सा ले रहे हैं.
परमार ने मजाकिया लहजे में CM से क्या कहा?
नियम- 102 के तहत चर्चा के दौरान जब विपक्ष के सदस्य विपिन सिंह परमार बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने मजाक के लहजे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से कहा कि उनके ग्रह कुछ ठीक नहीं लग रहे हैं. न जाने उन्होंने किस मुहूर्त में सत्ता की बागडोर संभाली है? विपिन सिंह परमार ने मजाकिया लहजे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपना टिपड़ा यानी जन्मपत्री दिखाने की नसीहत दी. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जवाब दिया कि उनकी जन्मपत्री तो है ही नहीं. विपिन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे जिस रफ्तार से आगे बढ़ाना चाह रहे हैं, बढ़ नहीं पा रहे.
हमें संभलने की है जरूरत- परमार
वहीं, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से आई आपदा पर विपिन सिंह परमार ने चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि सदन में 441 लोगों की मौत का आंकड़ा पेश किया गया है. हालांकि मौत का आंकड़ा इससे भी ज्यादा हो सकता है. विपिन सिंह परमार ने हिमाचल प्रदेश में आई इस आपदा को भविष्य के लिए चुनौती बताया. साथ ही सभी को संभलने के लिए भी आगाह किया. विपिन सिंह परमार ने कहा कि यदि हम समय पर नहीं संभले, तो भविष्य में और ज्यादा नुकसान झेलना पड़ेगा. विपिन सिंह परमार ने हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य में सरकार की कमियों को भी उजागर किया.
सरकारी प्रस्ताव लाई है सुक्खू सरकार
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार एक सरकारी प्रस्ताव लेकर आई है. इस सरकारी प्रस्ताव के जरिए राज्य सरकार केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव भेजेगी कि हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए. राज्य सरकार मांग कर रही है कि गुजरात के भुज और उत्तराखंड के केदारनाथ के तर्ज पर हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए. इसके साथ ही केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के लिए विशेष राहत पैकेज जारी करे.
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