Himachal Weather Forecast: हिमाचल में इस बार मानसून कहर बनकर बरस रहा है. लगातार हो रही बारिश से जान और माल का रिकॉर्ड नुकसान हो चुका है. चिंता इस बात की भी है कि प्रदेश ने दो अगस्त तक भी बारिश से राहत के आसार नहीं है. हालांकि 28 जुलाई के बाद बारिश में कमी दर्ज की जाएगी, लेकिन प्रदेश भर में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज ऑरेंज अलर्ट और शुक्रवार के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
लोगों से एहतियात बरतने की अपील
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ सुरेंद्र पॉल ने बताया कि प्रदेश में अगले 48 घंटे के दौरान चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिला में भारी बारिश हो सकती है. इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान कुछेक स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं. इसे देखते हुए जनता को सावधानी बरतने, लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों और उफनते नदी-नालों के आसपास न जाने की एडवाइजरी दी है. 29 जुलाई से प्रदेश में मानसून की बारिश में कुछ कमी देखने के लिए जरुर मिल सकती है.
अब तक 176 लोगों की गई जान
भारी बारिश की वजह से हुई घटनाओं के चलते अब तक 176 लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा 198 लोग घायल हुए हैं, जबकि 13 लोग अब भी लापता हैं. इनमें छह सड़क दुर्घटना, छह लोग डूबने और एक भूस्खलन की घटना में लापता हुए हैं. हिमाचल प्रदेश में अब तक 653 घर पूरी तरह तबाह हो गए, जबकि 6 हजार 711 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा. इसके अलावा 236 दुकानों और 2 हजार 061 पशु घर तबाह हो गए हैं. हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक का 68 भूस्खलन की घटनाएं और 51 फ्लैश फ्लड की घटनाएं दर्ज की गई हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार को अब तक बारिश से कुल 5361.16 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इसमें जल शक्ति विभाग को 1543.92 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग को 1739.64 करोड़ रुपए, बिजली विभाग को 1497.39 करोड रुपए, शहरी विकास विभाग को 6.47 करोड़ रुपए, बागवानी विभाग को 144.88 करोड़ रुपए, कृषि विभाग को और 167.29 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है.