Himachal Pradesh University: शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HP University) को NAAC की ओर से 'ए' ग्रेड मिला हुआ है. इस 'ए' ग्रेड विश्वविद्यालय में हाल ऐसे हैं कि स्कॉलर्स को अपनी मांग पूरी करने के लिए कक्षाओं का बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमए सोशल वर्क के स्कॉलर्स (Scholars) अपनी मांगों को लेकर बीते चार दिनों से कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं. यह (HPU scholars) स्कॉलर्स क्लास रूम, लैब और पढ़ने के लिए शिक्षक मुहैया करवाने की मांग कर रहे हैं. मौजूदा वक्त में इस विभाग में केवल एक स्थाई शिक्षक है.
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में क्लास बॉयकॉट कर रहे इन स्कॉलर्स का कहना है कि एमए सोशल वर्क के लिए अलग क्लास रूम तक की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में इनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. स्कॉलर्स का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन इनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. एमए सोशल वर्क की फीस भी सबसे ज्यादा है. बावजूद इसके इन्हें यहां कोई सुविधा नहीं मिल रही. स्कॉलर्स का कहना है कि भारी-भरकम फीस लेने के बावजूद उनकी सुविधाओं के लिए यहां कोई पैसा खर्च नहीं किया जा रहा है. यदि ऐसा नहीं है, तो विभाग बताए कि पिछले पांच साल में बच्चों से वसूली गई फीस का कितना पैसा यहां खर्च किया?
दोपहर एक बजे शुरू होती है क्लास
हैरानी की बात है कि विभाग में सिर्फ एक शिक्षक के सहारे एमए सोशल वर्क की पढ़ाई हो रही है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग की बिल्डिंग में चल रहे समाजशास्त्र विभाग में पहले सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक एमए सोशियोलॉजी की क्लास होती हैं. इसके बाद दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक एमए सोशल वर्क की कक्षाएं ली जाती हैं. बता दें कि एमए सोशियोलॉजी में स्कॉलरशिप की संख्या करीब 55 और एमए सोशल वर्क में स्कॉलरशिप की संख्या करीब 40 है
इन सुविधाओं की मांग उठा रहे स्कॉलर्स
एमए सोशल वर्क की पढ़ाई कर रहे इन स्कॉलर्स के पास क्लास लगाने के लिए कमरों की भी सही सुविधा उपलब्ध नहीं है. स्कॉलर्स का कहना है कि विभाग के पास न तो कंप्यूटर लैब है न ही रिसर्च लैब. स्कॉलर्स ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेताया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक वे कक्षाओं का बहिष्कार जारी रखेंगे. वहीं, अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से भी इनके साथ कोई बातचीत नहीं की गई है.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक क्या किया?
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एमए सोशल वर्क की विभाग अध्यक्ष डॉ. अनुपमा भारती ने इस मांग के संदर्भ में विश्वविद्यालय के संबंधित अधिकारियों के साथ पत्राचार किया है. इसके अलावा इन स्कॉलर्स ने प्रो-वाइस चांसलर और डीन और स्टडीज के साथ भी मुलाकात की है. इन स्कॉलर्स को विश्वविद्यालय में जल्द कक्षा के लिए कमरा उपलब्ध करवाए जाएंगे. इस सबके बीच हैरानी की बात यह है कि विश्वविद्यालय में स्कॉलर्स को अपने क्लास रूम तक के लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है. ऐसे में विश्वविद्यालय की ओर से छात्र-छात्राओं को मुहैया करवाए जाने वाले सुविधाओं पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं.
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