Himachal News: हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter Session) आज से शुरू होने जा रहा है. नई विधानसभा का यह पहला सत्र है. सत्र के पहले दिन हिमाचल प्रदेश के सभी नव निर्वाचित 68 विधायक पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. सदन की कार्यवाही का संचालन प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार (Chandra Kumar) करेंगे. आज से शुरू हो रहे इस शीतकालीन सत्र में कुल तीन बैठकें प्रस्तावित हैं.
3 दिन के चलेगा विधानसभा का शीतकालीन सत्र
विधानसभा का शीतकालीन सत्र 6 जनवरी तक चलने वाला है. पहले दिन की कार्यवाही सिर्फ हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने में पूरी हो जाएगी. दूसरे दिन हिमाचल प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष का चुनाव होना है. विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव तक प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार ही सदन की कार्यवाही का संचालन करेंगे. विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) का अभिभाषण होगा. अभिभाषण के बाद शुक्रवार और विधायी कार्य शुरू किए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विधायक कार्यों के साथ राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश होगा. इस धन्यवाद प्रस्ताव में पक्ष-विपक्ष के दोनों ओर के सदस्यों को बोलने का अवसर मिलेगा.
विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी को क्यों 'पॉलिटिकल मर्डर' मानते हैं जानकार?
हिमाचल प्रदेश की नई कांग्रेस सरकार के सामने विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करना भी एक बहुत बड़ी चुनौती बन गया है. भले ही विधानसभा अध्यक्ष का प्रोटोकॉल कैबिनेट मंत्री से ऊपर होता हो, लेकिन कोई नेता विधानसभा अध्यक्ष अपनी मर्जी से नहीं बनना चाहता. राजनीति के कुछ जानकार विधानसभा अध्यक्ष की सीट को 'पॉलिटिकल मर्डर' (Political Murder) भी करार देते हैं. विधानसभा अध्यक्ष के राजनीतिक जीवन को यह संज्ञा देने के पीछे अध्यक्ष की तटस्था के नियम को माना जाता है.
कौन हो सकता है हिमाचल प्रदेश विधानसभा का अध्यक्ष?
विधानसभा अध्यक्ष के चयन को लेकर से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) दिल्ली में आलाकमान से भी मुलाकात करके आए हैं. विधानसभा अध्यक्ष के लिए कुलदीप सिंह राठौर, धनीराम शांडिल, केवल सिंह पठानिया और जगत सिंह नेगी का नाम चल रहा है. हालांकि इनमें से कोई भी नेता अपनी इच्छा से विधानसभा अध्यक्ष नहीं बनना चाहता. कांग्रेस के सभी विधायक मंत्री बनने की चाह में हैं.
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