जालौन: गौशाला में काम करेंगे जेल में बंद कैदी, सीधे बैंक खातों में पहुंचेगी मजदूरी
गौशाला के माध्यम से रोजगार देने के लिए प्रदेश भर में चार कारागारों का चयन किया गया है. जिसमें बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद और जालौन जिले का कारागार शामिल हैं.
जालौन: जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों के लिए अच्छी खबर है. शासन ने इन बंदियों से गौशालाओं में काम कराने का निर्णय लिया है. इसके लिए प्रदेश भर के चार कारागारों का चयन किया गया है. जिसमें जालौन जिले की जिला कारागार भी चयनित हुआ है. इस कार्ययोजना को तैयार कर शासन को भेजने के लिए सोमवार को कानपुर रेंज के कारागार डीआईजी वेद प्रकाश त्रिपाठी ने जालौन की गौशाला और जिला कारागार का निरिक्षण किया.
बता दें कि बंदियों को गौशाला के माध्यम से रोजगार देने के लिए प्रदेश भर में चार कारागारों का चयन किया गया है. जिसमें बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद और जालौन जिले का कारागार शामिल हैं. जालौन जिला कारागार पहुंचे डीआईजी ने निरीक्षण के बाद मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए कहा कि जेल में बंद कैदियों को रोजगार देने और उनकी मानसिक स्तिथि का बदलाव करने के लिए शासन ने गौशालाओं में उनसे काम लिए जाने का फैसला किया है.
इस काम की उन्हें मजदूरी भी दी जाएगी जोकि सीधे बंदियों के बैंक खातों में पहुंचेगी. इसके लिए उन्होंने राजकीय पशुधन क्षेत्र की गौशाला का निरिक्षण किया है. गौशाला के हिसाब से आंकलन कर उनमें बंदी भेजे जाएंगे. इसकी रिपोर्ट वो शासन को सौपेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्य से बंदियों को स्वावलम्बी बनने में मदद मिलेगी. साथ ही जेल से निकलने के बाद वो रोजगार की ओर अग्रसर होंगे.
ये भी पढ़ें: