J&K Elections: ‘आप’ का बड़ा ऐलान, जम्मू-कश्मीर में लड़ेगी विधानसभा चुनाव, पार्टी ने बनाई ये रणनीति
आम आदमी पार्टी ने अब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. जिसके लिए बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जम्मू-कश्मीर की आप कैडर के पदाधिकारियों से चर्चा की गई.
J&K Election: पंजाब विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत और गुजरात में पांच सीटों पर जीत हासिल करने के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) नेशनल प्लान तैयार कर रही है. पिछले दिनों हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ने की खबरों के बाद अब पार्टी ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. आप जम्मू-कश्मीर में अगले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के साथ-साथ पंचायत चुनाव भी लड़ने की तैयारी में है. आप के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है.
बैठक में जम्मू-कश्मीर के चुनाव प्रभारी और पदाधिकारी हुए शामिल
सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक (Sandeep Pathak) की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें आप के जम्मू-कश्मीर के चुनाव प्रभारी इमरान हुसैन के साथ-साथ वहां के पदाधिकारियों भी शामिल हुए. इस बैठक को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी जम्मू-कश्मीर में अगला विधानसभा और पंचायत चुनाव लड़ने वाली है. जिसको लेकर पार्टी को अभी से तैयारियां करनी है. पाठक ने जम्मू-कश्मीर के पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि प्रदेश में हर कस्बे और गांव में पार्टी का आधार मजबूत करने के अपने प्रयासों की गति बढ़ाई जाए. इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के आप के अध्यक्षों, सह-अध्यक्षों और जिला अध्यक्षों ने भाग लिया।
बैठक में चुनावों को लेकर की गई चर्चा
आम आदमी पार्टी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की आप कैडर की बैठक में आगामी चुनावों के लिए चुनावी रणनीति पर चर्चा की गई है और विधानसभा चुनावों, पंचायत चुनावों और नगरपालिका चुनावों की तैयारियों पर जोर देते हुए दिशा-निर्देश दिए गए है.
वही आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में हरियाणा विधानसभा के चुनावों की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन किया गया था. इस बैठक में हरियाणा के 22 जिलों से संगठन के नेता शामिल हुए थे. जिनसे उनके जिलों के बारे में फीडबैक लिया गया था. इसके साथ ही उन्हें पार्टी की नीतियों को अपने-अपने क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के लिए कहा गया है.
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