Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच 6,415 तीर्थयात्रियों का 14वां जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए बुधवार की सुबह रवाना हुआ. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अमरनाथ गुफा के पास आठ जुलाई को बादल फटने पर हुई भीषण बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग अब भी लापता हैं.
इसके बाद यात्रा को रविवार को स्थगित कर दिया गया था और सोमवार को यात्रा फिर बहाल की गई. अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 258 वाहनों में कुल 6,415 तीर्थयात्री यहां भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए. उन्होंने बताया कि इन श्रद्धालुओं में 4,545 पुरुष, 1,744 महिलाएं, 43 बच्चे, 79 साधु और चार साध्वी हैं.
बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 2,428 तीर्थयात्री 88 वाहनों में तड़के करीब साढ़े तीन बजे सबसे पहले रवाना हुए. इसके बाद कश्मीर में पहलगाम शिविर के लिए 3,987 तीर्थयात्रियों को लेकर 170 वाहनों का दूसरा काफिला सुबह करीब साढ़े चार बजे रवाना हुआ.
Amarnath Yatra 2022: अमरनाथ यात्रा 2 दिन रुकने के बाद फिर से शुरू, बादल फटने के बाद लगाई गई थी रोक
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 1.30 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी.
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