Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच 5,461 तीर्थयात्रियों का 16वां जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए आज सुबह रवाना हुआ. इससे पहले, अमरनाथ गुफा के पास आठ जुलाई को बादल फटने पर हुई भीषण बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने से यात्रा को रविवार को स्थगित कर दिया गया था और सोमवार को यात्रा फिर बहाल की गई. हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई थी.


5,461 तीर्थयात्री कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना


बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 220 वाहनों में कुल 5,461 तीर्थयात्री भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए. उन्होंने बताया कि बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 1,975 तीर्थयात्री 86 वाहनों में तड़के साढ़े तीन बजे सबसे पहले रवाना हुए.


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अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को होगी समाप्त


इसके बाद कश्मीर में पहलगाम शिविर के लिए 3,486 तीर्थयात्रियों को लेकर 134 वाहनों का दूसरा काफिला सुबह चार बजकर 25 मिनट पर रवाना हुआ. अधिकारियों ने कहा कि अभी तक 1.52 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी. उन्होंने बताया कि कश्मीर में नुनवान-चंदनवाड़ी मार्ग पर गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. वहीं, खाई में गिरने से दो कुलियों की जान चली गई.


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