Amarnath Yatra 2023: हिन्दू धर्म पवित्र अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है. इस साल भी होने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों-शोरों से शुरू हो गईं हैं. इस बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक एस.एल थाउसेन ने कुछ दिनों में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा को देखते हुए रविवार को बालटाल आधार शिविर और पवित्र गुफा मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले कई पड़ाव केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की.


अमरनाथ यात्रा का हर साल श्रद्धालु बड़ी बेसब्री से इंतजार करते है. बड़ी संख्या में हर बाबा बर्फानी के भक्त उनके दर्शनों के लिए यहां पहुंचते हैं. इसी को देखते हुए प्रशासन यात्रा की सुरक्षा की तैयारियां में जुटा हुआ है. सीआरपीएफ के महानिदेशक एस. एल थाउसेन ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘‘इस महत्वपूर्ण आयोजन की सफलता हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता और अद्वितीय समन्वय पर निर्भर करती है.’’ 


यात्रा की तैयारियों की समीक्षा


दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तीर्थस्थल अमरनाथ के लिए एक जुलाई से यह यात्रा शुरू हो रही है, जो 31 अगस्त 2023 सावन पूर्णिमा को समाप्त होगी. ये यात्रा 62 दिनों तक चलेगी. सीआरपीएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सीआरपीएफ महानिदेशक ने अमरनाथ यात्रा 2023 के लिए तैनात सीआरपीएफ की परिचालन और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बालटाल, डोमेल, सरबल और नीलग्रथ स्थित शिविरों का दौरा किया है और तैयारियों का जायजा लिया है.’’


सीआरपीएफ प्रवक्ता के मुताबिक महानिदेशक थाउसेन ने यात्रा परिचालन तैयारियों को देखने के साथ-साथ आपदा प्रबंधन को लेकर भी समीक्षा की. दरअसल पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र गुफा के नजदीक बादल फट गए थे, जिसकी वजह से श्रद्धालुओं के कैंप के पास बाढ़ आ गई थी. इस हादसे में करीब 13 श्रद्धालुओं के मौत हो गई थी. सीआरपीएफ महानिदेशक ने इस तरह की किसी भी अप्रत्याशित दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा के हालातों से किस प्रकार निपटा जाए, इसका भी आकलन किया. 


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