Amarnath Yatra: जम्मू के आधार शिविर से निकला श्रद्धालुओं का एक और जत्था, 4 लाख से ज्यादा लोग कर चुके हैं दर्शन
Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ य़ात्रा की शुरुआत 29 जून को हुई थी और उसका समापन 19 अगस्त को होना है. इसके लिए श्रद्धालुओं का एक और जत्था बेस कैंप से घाटी के लिए रवाना हुआ है.
Amarnath Yatra 2024 News: अमरनाथ यात्रियों का एक और जत्था शुक्रवार तड़के पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर स्थित अमरनाथ मंदिर के लिए शुक्रवार तड़के 2,500 से अधिक तीर्थयात्री जम्मू के आधार शिविर से रवाना हुए. वे बारिश के बीच रवाना हुए. अब तक 4.36 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहले ही 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं.
जम्मू-कश्मीर में हाल में हुए आतंकी हमलों के कारण सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ऐसे में तीर्थयात्रियों का 29वां जत्था केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ की सुरक्षा में 84 वाहनों के काफिले में सुबह 3:20 बजे भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ. वहीं, 1,681 तीर्थ यात्री अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे मार्ग के जरिए तीर्थ यात्रा करने के लिए पहलगाम पहुंचेंगे.
इन दो मार्गों से होकर पूरी होती है यात्रा
885 तीर्थ यात्रियों ने गांदरबल जिले में छोटे लेकिन 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग को चुना है. 52 दिवसीय वार्षिक यात्रा 29 जून को शुरू हुई है, जिसका समापन 19 अगस्त को होगा. पहला जत्था 28 जून को कश्मीर घाटी पहुंचा था. इसमें 4603 यात्री मौजूद थे. इन्होंने अगली सुबह पारंपरिक नुवान-पहलगाम मार्ग और गंदरबल के बालटाल मार्ग से यात्रा शुरू की थी. उनके घाटी पहुंचने पर डिप्टी कमिश्नर अतहर आमिर खान ने उनका स्वागत किया था.
गुफा मार्ग पर तीर्थ यात्रियों के खान-पान की है व्यवस्था
बता दें कि 28 जून से 19 अगस्त तक विभिन्न मार्गों पर दैनिक यातायात प्रतिबंध लगाए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि लोगों को कम से कम असुविधा हो इसके लिए एडवाइजरी जारी की गई है. गुफा मार्ग पर तीर्थयात्रियों के लिए खाने पीने की भी व्यवस्था की गई है. गुफा मंदिर के दोनों मार्गों पर 125 सामुदायिक रसोई (लंगर) भी बनाए गए हैं. इसके लिए 6,000 से अधिक लोग सेवाएं दे रहे हैं.
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