Manoj Sinha in Baba Amarnath Pratham Puja: अमरनाथ गुफा में शनिवार (22 जून) को 'प्रथम पूजा' की गई. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया कि "आज वार्षिक श्री अमरनाथ जी यात्रा के औपचारिक शुभारंभ के अवसर पर प्रथम पूजा की गई. बाबा अमरनाथ जी का आशीर्वाद लिया और सभी लोगों के अच्छे स्वास्थ्य, प्रगति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की."
बता दें यह यात्रा 52 दिन तक चलेगी और 19 अगस्त को रक्षाबंधन तथा श्रावणी पूर्णिमा के साथ समाप्त होगी. हर साल लाखों लोग यहां दर्शन करने आते हैं. वहीं मनोज सिन्हा ने कहा कि कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर की पवित्र तीर्थयात्रा हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक रही है, क्योंकि स्थानीय मुसलमान यात्रियों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में मदद करते हैं.
एक अन्य बयान में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की प्राचीन परंपरा रही है कि सभी समुदायों के लोग इस यात्रा में भाग लेते हैं, चाहे वो किसी भी धर्म से हो. मैं सभी नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वो देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले तीर्थयात्रियों का स्वागत और सेवा करने के लिए एक साथ आएं.
उपराज्यपाल ने यात्रियों के लिए एसएएसबी द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं पर बात करते हुए कहा कि श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड और संबंधित विभागों के अधिकारी तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय कर रहे हैं कि यात्रा सुचारू, सुरक्षित और परेशानी मुक्त हो. हमने श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाओं, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा में बढ़ोतरी की है. इस साल यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक खत्म होगी.
फॉलो करें ये गाइडलाइन
बता दें अमरनाथ यात्रा के दौरान कुछ जरूरी गाइडलाइन सरकार की तरफ से जारी की गई है, जिसमें 13 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और 70 साल से ज्यादा उम्र के लोग इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकते. यात्रा में जाने से पहले आप अपने कुछ जरूरी दस्तावेज ले जा सकते हैं, जैसे आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, वोटर आईडी आदि.
इसके अलावा सभी यात्रियों को अपने साथ हेल्थ सर्टिफिकेट रखना बहुत जरूरी है. इसके लिए यात्रियों को किसी भी सरकारी अस्पताल में जाकर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त डॉक्टर और मेडिकल इंस्टीट्यूट से हेल्थ सर्टिफिकेट जारी करवाना होगा. हेल्थ सर्टिफिकेट बनवाते समय अवधि का ध्यान रखें क्योंकि इस साल की यात्रा के लिए इसी साल 8 अप्रैल के बाद बना हुआ हेल्थ सर्टिफिकेट ही मान्य रहेगा.