Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा लगातार जारी है. दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए गुरुवार (01 अगस्त) सुबह 1,200 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के एक आधार शिविर से रवाना हुआ. अधिकारियों ने बताया कि ये 1,295 तीर्थयात्रियों का 35वां जत्था है, जिसमें 182 महिलाएं हैं.


अधिकारियों के मुताबिक इस जत्थे में 29 जून को अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल के जुड़वां बेस कैम्प से 52 दिवसीय यात्रा शुरू होने के बाद से जम्मू में भगवती नगर आधार शिविर से निकलने वाले श्रद्धालुओं की सबसे कम संख्या है. 


अब तक कितने यात्रियों ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन?


इस साल की यात्रा पहले ही पिछले साल के 4.5 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है. अब तक 4.7 लाख से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के लिंग के दर्शन कर चुके हैं. बारिश के बावजूद 182 महिलाओं, 42 साधुओं और चार साध्वियों सहित 1,295 तीर्थयात्रियों का 35वां जत्था सुबह 3.30 बजे भगवती नगर आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हुआ.


हर दिन गुफा मंदिर में आते हैं 5000 तीर्थयात्री 


अधिकारियों ने कहा कि 946 तीर्थयात्री पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग की ओर जा रहे हैं, जबकि 349 ने छोटी लेकिन मुश्किल 14 किलोमीटर लंबी बालटाल यात्रा रूट को चुना है. लगभग 5,000 तीर्थयात्री अभी भी हर दिन प्रार्थना करने के लिए गुफा मंदिर में आते हैं. 


इससे पहले बुधवार (31 जुलाई) को 1,654 तीर्थयात्रियों का 34वां जत्था 51 वाहनों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह तीन बजकर 25 मिनट पर भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ था.


अमरनाथ यात्रा का समापन कब?


तीर्थयात्रा 14 अगस्त को अपने अंतिम चरण में प्रवेश करेगी जब भगवान शिव की पवित्र गदा 'छड़ी मुबारक' पहलगाम में यात्रा में शामिल होगी. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 28 जून को जम्मू से पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. पिछले साल 4.5 लाख तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए थे. यह यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होने वाली है.


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