Amarnath Yatra Update: कश्मीर में अमरनाथ यात्रा बादल फटने की वजह से दो दिनों के लिए रोक दी गई थी. वहीं 8 जून को अमरनाथ यात्रा में बादल फटने से 16 लोगों की जान चली गई थी. लेकिन अमरनाथ यात्रा सोमवार सुबह एक बार फिर से शुरू कर दी गई. सुबह से ही हजारों तीर्थयात्रियों ने पवित्र मंदिर के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की. अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद पिछले दो दिनों से यात्रा रोकी गई है. वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार पहलगाम आधार शिविर से करीब 2,000 से 3,000 तीर्थयात्रियों को चंदनवाड़ी की ओर जाने की अनुमति दी गई. तीर्थयात्रियों के एक नए जत्थे को पहलगाम के नुनवान बेस कैंप से पवित्र गुफा की ओर बढ़ने की अनुमति दी गई है. 


30 जून को शुरू हुई थी यात्रा
अमरनाथ वार्षिक यात्रा दो साल के अंतराल के बाद 30 जून को शुरू हुई थी. वहीं यात्रा दो मार्गों से शुरु की जाती है, जिसमें बालटाल मार्ग और पहलगाम मार्ग शामिल हैं. जबकि एक दूसरे अधिकारी ने कहा, "अमरनाथ यात्रा सोमवार सुबह जम्मू शहर के यात्री निवास, आधार शिविर से शुरू हुई. 3,010 तीर्थयात्री सुबह साढ़े चार बजे पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुए और 1,016 तीर्थयात्री सुबह साढ़े तीन बजे बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुए."


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उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिए थे संकेत
शुक्रवार शाम को, एक बड़ी त्रासदी सामने आई थी, क्योंकि अमरनाथ मंदिर के पास ही बादल फटा था, जिससे वहां अचानक से बाढ़ आने से भगदड़ मच गई. बाढ़ आने से और भगदड़ मचने से 16 लोगों की मौत हो गई थी. इसके तुरंत बाद सशस्त्र बलों, आपदा प्रतिक्रिया बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से रात भर के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया. हजारों लोगों को बचाया गया. गौरतलब है कि रविवार को चंदनवाड़ी का दौरा करने वाले जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीर्थयात्रियों से मुलाकात की थी, और यात्रा को फिर से शुरू करने के संकेत दिए थे.


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