Amarnath Yatra:  खराब मौसम और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग की बुरी हालत के चलते जम्मू से अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को रोक दी गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जम्मू से किसी भी नए जत्थे को आधार शिविर की ओर जाने नहीं दिया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, रामबन जिले में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश के बाद भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण बंद राष्ट्रीय राजमार्ग को गुरुवारो रात एक तरफ से यातायात के लिए खोल दिया गया था.


मौसम फिर बना यात्रा में बाधा


यात्रा प्रबंधन से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ''राजमार्ग की बुरी हालत और खराब मौसम को देखते हुए जम्मू से अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है.'' इससे पहले 10 और 11 जुलाई को भी खराब मौसम के चलते जम्मू से अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गई थी. अधिकारियों के अनुसार, राजमार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से शुरू होने की स्थिति में शाम से जम्मू से एक बार फिर यात्रा की अनुमति दी जा सकती है.


अब तक करीब ढाई लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन


30 को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के बाद से अब तक  कुल  22 दिनों में  2.29 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं. बाबा बर्फानी की गुफा तक पहुंचने के केवल दो रास्ते हैं पहला छोटे उत्तरी कश्मीर का बालटाल मार्ग या फिर लंबे दक्षिण कश्मीर का पहलगाम मार्ग. बालटाल मार्ग से जाने वालों को  गुफा तक पहुंचने के लिए  14 किमी की चढ़ाई करनी पड़ती है. वहीं पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को मंदिर तक पहुंचने के लिए 48 किमी की यात्रा तय करनी पड़ती है. इसके अलावा तीर्थयात्रियों के लिए दोनों मार्गों पर हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है. 43 दिवसीय यह यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन समाप्त होगी.


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