Bangladesh Crisis: जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी ने किया CAA का जिक्र, 'भारत की विपक्षी पार्टियों को...'
Bangladesh Violence: जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने बांग्लादेश संकट को लेकर कहा कि मैं समझता हूं कि सीएए रूल्स कितने जरूरी थे, जो मोदी सरकार ने बनाए.
Shesh Paul Vaid On Bangladesh Crisis: जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने बांग्लादेश में चल रहे हालात पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बांग्लादेश से कल से सोशल मीडिया पर बहुत सारे डिस्टर्बिंग वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें हिंदू अल्पसंख्यकों को वहां पर इस्लामिक गुंडों द्वारा टारगेट किया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी ने आगे कहा, ''मैं समझता हूं कि सीएए रूल्स कितने जरूरी थे, जो मोदी सरकार ने बनाए. आज भारत की विपक्षी पार्टियों को ये महसूस होना चाहिए, जिन्होंने उस वक्त इस रूल्स का कितना विरोध किया था. मैं समझता हूं कि आज ये बहुत जरूरी था.''
Jammu and Kashmir: Former DGP Shesh Paul Vaid reacts on the ongoing situation in Bangladesh pic.twitter.com/drkeOIjDWy
— IANS (@ians_india) August 6, 2024
बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने इस मसले पर सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिया.सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह जानकारी भी दी कि, बांग्लादेश में 20 हजार भारतीय थे, जिसमें से ज्यादातर छात्र थे. सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद उसमें से 8 हजार छात्र भारत लौट आए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है. वहां स्थिति लगातार बदल रही है और आगे जैसे-जैसे बदलाव होगा, सरकार इसके बारे में फिर से जानकारी देगी.
शेख हसीना के बारे में बैठक में यह बताया गया कि उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए और उन्हें स्वयं ही यह फैसला करना है कि वह कहां जाना चाहती हैं.सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने बैठक में बांग्लादेश के राजनीतिक घटनाक्रम में बाहरी हाथ के बारे में सवाल पूछा जिसके जवाब में बताया गया कि अभी इस बारे में बात करना जल्दबाजी है. इस सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा मौजूद रहे. (IANS के इनपुट के साथ)