Jammu Kashmir News: शोर शराबे की वजह से जम्मू-कश्मीर विधानसभा की कार्यवाही बुधवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. बीजेपी विधायकों ने सूबे के विशेष दर्जे की बहाली पर पारित प्रस्ताव का विरोध किया. सदन में नेशनल कांफ्रेंस और बीजेपी विधायकों के बीच तीखी बहस हुई. उपमुख्यमंत्री सुरिंदर सिंह चौधरी ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली का सदन में प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष ने पास कर दिया.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विधानसभा ने अपना काम कर दिया है. प्रस्ताव में भारत सरकार से आग्रह किया गया है कि जम्मू-कश्मीर के निर्वाचित प्रतिनिधियों से बातचीत शुरू करे. सुरिंदर चौधरी ने कहा कि प्रस्ताव का मकसद क्षेत्र की विशिष्ट पहचान, संस्कृति और अधिकारों की रक्षा करने वाली संवैधानिक गारंटी को बहाल किया जाना है. बीजेपी विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि प्रस्ताव विधानसभा के निर्धारित कार्य का हिस्सा नहीं है.
उपमुख्यमंत्री ने विशेष दर्जा की बहाली के लिए प्रस्ताव किया पेश
उन्होंने एक बार फिर सरकार से विचार करने का आग्रह किया. बीजेपी विधायक के विरोध को अन्य दलों का समर्थन प्राप्त हुआ. विपक्षी विधायक विधानसभा के वेल में आकर नारेबाजी करने लगे. स्पीकर ने विरोध के बीच ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित किया. बीजेपी विधायक शाम लाल शर्मा ने टेबल पर खड़े होकर कहा कि 1947 से नेशनल कांफ्रेस लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. सदन जय श्री राम, देशद्रोही एजेंडा नहीं चलेगा, 5 अगस्त जिंदाबाद, भारत माता की जय जैसे नारों से गूंज उठा.
कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि प्रस्ताव में संघीय ढांचे की बहाली की बात कही गई है. राज्य का दर्जा और विशेष संवैधानिक गारंटी भी शामिल है. अनुच्छेद 370 की बहाली का प्रस्ताव पेश करने वाले उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने कहा कि हमने कुछ नया नहीं किया है.
नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र में वादा शामिल था. पार्टी ने लोगों के जनादेश और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व किया है. चौधरी ने बीजेपी विधायकों के नारेबाजी पर कहा कि भगवान राम किसी एक पार्टी या समुदाय के नहीं हैं.
पीडीपी विधायक वहीद-उर-रहमान पारा ने कहा कि प्रस्ताव लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है. शोपियां से निर्दलीय विधायक शबित कुल्ले ने कहा कि सरकार पर संशोधन के लिए दबाव बनाएंगे. अनुच्छेद 370 की वापसी के प्रस्ताव में पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर का लद्दाख छोड़ दिया गया है. पीपुल्स कांग्रेस के अध्यक्ष और हंदवाड़ा विधायक सज्जाद लोन ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को राज्य का दर्जा घटा दिया गया था.
हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
सदन में विपक्षी विधायकों का उग्र तेवर जारी रहा. हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पहले 15 मिनट के स्थगित की. बीजेपी विधायक प्रस्ताव के विरोध में मोर्चा संभाले रहे. विरोध जारी रहने पर स्पीकर ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया.
ये भी पढ़ें-
'जम्मू-कश्मीर में 370 की नहीं होने देंगे बहाली', प्रस्ताव के खिलाफ BJP ने सरकार का फूंका पुतला