जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले 'अपनी पार्टी' को झटका! बीजेपी में शामिल होंगे पूर्व मंत्री चौधरी जुल्फिकार अली
Jammu Kashmir Election 2024: जुल्फिकार अली जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के उपाध्यक्ष हैं. वो पेशे से वकील भी हैं. पहले राज्य में कैबिनेट मंत्री के तौर पर काम करने का उनके पास अनुभव है.
Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री चौधरी जुल्फिकार अली रविवार को बीजेपी का दामन थामेंगे. वो बीजेपी मुख्यालय, त्रिकुटा नगर, जम्मू में बीजेपी में शामिल होंगे. जम्मू-कश्मीर बीजेपी ने इस बारे में जानकारी दी है.
जुल्फिकार अली जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के उपाध्यक्ष हैं. वो पेशे से वकील भी हैं. उन्होंने पहले राज्य में कैबिनेट मंत्री के तौर पर भी काम किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है.
कौन हैं चौधरी जुल्फिकार अली?
पेशे से वकील अली ने 2008 और 2014 के विधानसभा चुनावों में राजौरी जिले के दरहल विधानसभा क्षेत्र से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के टिकट पर जीत हासिल की थी. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने 2015 से 2018 तक महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार में कैबिनेट मंत्री के के तौर पर काम किया.
जून 2018 में बीजेपी के सरकार से बाहर हो जाने के बाद गठबंधन सरकार गिर गई थी. इसके बाद पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में कई पीडीपी नेताओं ने 2020 में जेकेएपी पार्टी बनाई थी और अली इसके संस्थापक सदस्यों में से एक थे. बीजेपी के एक नेता ने कहा कि अली ने दिल्ली में गृहमंत्री से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव सहित जम्मू-कश्मीर से संबंधित कई मुद्दों पर उनके साथ चर्चा की.
बता दें कि जम्मू कश्मीर में तीन फेज में मतदान कराने की घोषणा की गई है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शुक्रवार (16 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया. केंद्रशासित प्रदेश में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का एक अक्टूबर को होगा. इसके साथ ही वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी.
गौरतलब है कि आर्टिकल 370 हटने के बाद ये विधानसभा का पहला चुनाव होने जा रहा है. इससे पहले साल 2014 में यहां विधानसभा के चुनाव हुए थे. इस दौरान जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्ज प्राप्त था.
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