'हम रोहिंग्या शरणार्थियों को भगवान भरोसे नहीं छोड़ सकते', CM उमर अब्दुल्ला ने केंद्र से की ये मांग
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा मानवीय है.
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बांग्लादेश में भड़की हिंसा पर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई की बातों को याद करते हुए कहा है कि भारत को पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए. ममता बनर्जी द्वारा इंडिया ब्लॉक की अगुवाई करने पर उमर ने कहा है कि इस मामले में बैठक की जानी चाहिए.
जम्मू में व्यापारियों की सबसे बड़ी संस्था चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से बैठक करने के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बात की. उमर ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा एक इंसानियत का मसला है और केंद्र सरकार को यह निर्णय करना है कि उनके साथ क्या किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सर्दियों में रोहिंग्या शरणार्थियों को भगवान भरोसे नहीं छोड़ सकते.
'विदेश सचिव भी कर रहे हैं बैठक'
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने उन्हें यहां नहीं बसाया और जब तक वह यहां है उनसे इंसानों की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए. बांग्लादेश में भड़की हिंसा पर उमर ने कहा कि बांग्लादेश में तनाव है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विदेश सचिव इस बाबत बैठक भी कर रहे हैं.
'हमें पड़ोसियों से अच्छे संबंध रखने चाहिए'
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को याद करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वाजपेई जी कहते थे कि हम अपने पड़ोसी नहीं बदल सकते और हमें पड़ोसियों से अच्छे संबंध रखने चाहिए. इंडिया गठबंधन में उठे नेतृत्व के विवाद पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि फिलहाल इंडिया गठबंधन की कोई बैठक नहीं हुई है.
'विचार विमर्श किया जाना चाहिए'
उन्होंने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन को लीड करने की बात कह रही है तो इसपर बैठक में बैठकर विचार विमर्श किया जाना चाहिए. जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य की दर्जा दिए जाने की मांग को दोहराते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में दो पावर सेंटर नहीं होने चाहिए.
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