Jammu Kashmir Election: 32 पर कांग्रेस, 51 पर नेशनल कॉन्फ्रेंस, दो पर सहयोगी, 5 सीटों पर फ्रेंडली फाइट
Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सहमति बन गई है. सोमवार (26 अगस्त) को इसकी घोषणा कर दी गई.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सीट शेयरिंग का समझौत हो गया है. 90 में से पांच सीटों पर फ्रेंडली फाइट होगी. 85 में से कांग्रेस 32 सीटों पर लड़ेगी. 51 सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस लड़ेगी. दो सीट सहयोगी के लिए छोड़ी गई. सोमवार को श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में इसका औपचारिक ऐलान हो गया.
एक सीट सीपीआई, एक सीट JKNPP को दिए
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक कर्रा ने कहा कि एक सीट पर सीपीआई और एक सीट जेकेएनपीपी को दी गई है. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "बहुत खुशी का बात है. हम लोगों ने मुहिम शुरू की थी कि उन ताकतों के खिलाफ लड़ें, जो यहां लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. इंडिया गठबंधन बना ही इसी लिया था कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ें. हम लोगों ने समझौता पूरा कर लिया है."
नेशनल कॉन्फ्रेंस से गठबंधन पर क्या बोले केसी वेणुगोपाल?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बीजेपी द्वारा नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर सवाल उठाए जाने पर कहा, "बीजेपी को ऐसा कहने का क्या नैतिक अधिकार है? बीजेपी का नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ और PDP के साथ गठबंधन रह चुका है. नेशनल कॉन्फ्रेंस वही पुरानी नेशनल कॉन्फ्रेंस है, PDP अभी भी वही पुरानी PDP है, उनका दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन था. हर राजनीतिक पार्टी के अपने कार्यक्रम, अपना घोषणापत्र और वादे होते हैं. हमारे पास अपना घोषणापत्र और वादे हैं, जब हम सरकार बनाएंगे तो एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम होगा."
तीन चरणों में होगी वोटिंग
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में वोटिंग होनी है. पहले चरण के लिए 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और आखिरी चरण में 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी है. 4 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
किस चरण में कितनी सीटों पर वोटिंग?
पहले चणर में जम्मू-कश्मीर की 24, दूसरे चरण में 26 और आखिरी चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी. अगस्त 2019 में धारा 370 को खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. केंद्र शासित प्रदेश के लोग अपनी सरकार चुनेंगे.