Cyclist Preeti Maske: पुणे की 45 साल की ये महिला साइकिल से 55 घंटे में पहुंची लेह से मनाली, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
Cyclist Preeti Maske News: प्रीति ने कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्र में लगातार और बिना रुके साइकिल चलाने से नींद की कमी को मैनेज करना बड़ी चुनौती थी. यात्रा के दौरान प्रीति को दो बार ऑक्सीजन भी लेनी पड़ी.
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Cyclist Preeti Maske News: पुणे (Pune) की साइकिलिस्ट प्रीति मस्के (Cyclist Preeti Maske) साइकिल चलाकर केवल 55 घंटे 13 मिनट में लेह से मनाली पहुंचने वाली पहली महिला बन गई हैं और इसी के साथ विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. प्रीति मस्के की यह उपलब्धि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज होगी और जल्दी ही सर्टिफिकेट मिलने की उम्मीद है. 2 बच्चों की मां प्रीति ने लेह-मनाली हाईवे के जरिए 428 किमी की दूरी तय की, जिसकी कुल ऊंचाई 26,000 फीट से अधिक थी.
45 साल की प्रीति ने 17,582 फीट ऊंचे तगलंगला पास पर साइकिल चलाई, जो उस हाईवे का सबसे ऊंचा पास है. उन्होंने कहा, "ऊंचाई वाले क्षेत्र में लगातार और बिना रुके साइकिल चलाने से नींद की कमी को मैनेज करना बड़ी चुनौती थी. मुझे अपनी यात्रा के दौरान दो बार हाई पास पर सांस फूलने के कारण ऑक्सीजन लेनी पड़ी." इससे पहले सीमा सड़क संगठन के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर गौरव कार्की ने 22 जून को सुबह 6 बजे प्रीति को हरी झंडी दिखाई थी और 24 जून को दोपहर 1.13 बजे मनाली में बीआरओ के 38 बॉर्डर रोड टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल शबरीश वाचली ने उनका स्वागत किया.
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लंबी दूरी की साइकिलिंग में प्रीति के नाम हैं कई रिकॉर्ड
लेह-मनाली हाईवे पर सैकड़ों मोड़ और कई ऊंचे पहाड़ी पास हैं, जिससे गुजरना आसान नहीं था. वहीं बारालाचा पास सहित कुछ स्थानों पर बर्फबारी के बीच भी प्रीति ने साइकिल चलाना जारी रखा. उनके चालक दल के सदस्यों में से एक आनंद कंसल ने कहा कि प्रीति को उच्च ऊंचाई वाले पहाड़ी पास पर कठोर और बदलती जलवायु परिस्थितियों में साइकिल चलाना पड़ा. उसे तेज हवाओं, बर्फबारी, धूप, धूल और ठंडे तापमान का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि बीआरओ की सहायता के बिना यह उपलब्धि संभव नहीं था. उनकी तरफ से एक सैटेलाइट फोन और चिकित्सा सहायता के साथ दो सहायक वाहनों को तैनात किया गया था. गौरतलब है कि लंबी दूरी की साइकिलिंग में प्रीति के नाम कई रिकॉर्ड हैं.
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