Jammu Protest News: कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे दिहाड़ी मजदूरों और शिक्षकों को शनिवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. दरअसल, प्रदर्शनकारी प्रेस क्लब और पास के डोगरा चौक के बाहर अलग-अलग एकत्र हुए और बाद में उन्होंने मुख्य सड़क को बंद कर दिया. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन जब पुलिस उन्हें हटाने में कामयाब नहीं हो पाई तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया. इसके बाद अधिकारियों की ओर से कहा गया कि पुलिस ने करीब 50 प्रदर्शनकारी 'रहबर-ए-खेल' (शारीरिक शिक्षक) को प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के बाद मुख्य सड़क की ओर मार्च करने की कोशिश के बाद हिरासत में ले लिया गया.

इसलिए हो रहा है प्रदर्शन
 
दरअसल, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी सेवाओं के नियमितीकरण और लंबित वेतन जारी करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, शारीरिक शिक्षक अपनी परिवीक्षा अवधि को सात से घटाकर पांच वर्ष करने की मांग कर रहे हैं. अपनी इन्हीं मांगों को लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले जल शक्ति विभाग के सैकड़ों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी डोगरा चौक जाने से पहले मुख्य अभियंता के मुख्य कार्यालय परिसर में जमा हुए. इसके बाद ये लोग नियमितीकरण और वेतन जारी करने की अपनी लंबे समय से लंबित मांग के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका, लेकिन जब वे नहीं रुके तो पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों पर हल्का लाठीचार्ज किया और फिर 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.

 दो दशक से जारी है विरोध 



गौरतलब है कि करीब 60,000 से अधिक दिहाड़ी मजदूर और अन्य कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जम्मू और श्रीनगर दोनों इलाके में पिछले दो दशकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी वे शनिवार को एक बार फिर से सड़क पर उतरे थे, जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया.