Lok Sabha Elections: 'क्या राम सिर्फ हिंदुओं के हैं...', आखिर ऐसा क्यों बोले फारूक अब्दुल्ला?
Lok Sabha Elections 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि उनकी वजह से महबूबा मुफ्ती अकेले चुनाव नहीं लड़ रहीं. हमने तो उनसे बात करने की कई बार कोशिश की थी.
Jammu Kashmir News: नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने पीएम नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर आरोप लगाया कि वह अपनी कुर्सी के लिए देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. हर धर्म के लोग यहां साथ रहे हैं और हमें बेहतर भविष्य के लिए साथ मिलकर रहना है. फारूक अब्दुल्ला ने साथ ही आरोप लगाया कि दिल्ली में इनकम टैक्स के ऑफिस में आग लगवाई गई है क्योंकि उन्हें (बीजेपी) को पता है कि वे चुनाव हार रहे हैं.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''कोई धर्म बुरा नहीं होता, यह लोग हैं जो बुरे होते हैं. क्या पीएम मोदी राम मंदिर नहीं जाते. वह क्या दिखाने की कोशिश करते हैं. क्या वह समस्या और नफरत पैदा करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. क्या राम केवल हिंदुओं के हैं? उनका हम सभी से नाता है.''
इनकम टैक्स के दफ्तर में जलाई गई फाइलें- फारूक
राजधानी दिल्ली में इनकम टैक्स ऑफिस में आग लगने की घटना पर उन्होंने कहा, ''बीजेपी ने ऑफिस को जलाया ताकि सबूत जल जाएं. सारी फाइल रख दी गई थी जिनके रेड हुए थे. कंप्यूटर थे. उन्हें जलाया गया क्योंकि उन्हें पता है कि वे हार रहे हैं. आगे उन्हीं चीजों का इस्तेमाल होगा. गृह मंत्रालय की ऑफिस में आग लगा दी गई. वहां आग लगाई गई जहां बड़ी-बड़ी फाइलें रखी जाती हैं."
#WATCH | On PM Narendra Modi's statement, JKNC Chief Farooq Abdullah says "We have to live together...We have to work together for a better future. He is trying to divide the country for his chair but unfortunately the chair does not remain..."
— ANI (@ANI) May 15, 2024
On the fire in the IT office in… pic.twitter.com/w1tLhkqPDe
महबूबा मुफ्ती के आरोपों पर बोले फारूक अब्दुल्ला
वहीं, महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उन्हें उकसाया इसलिए वह चुनाव में खड़ी हुईं. इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''मेरे पास इतनी ताकत है कि मैं उन्हें उकसाउंगा. मैंने तो यहां तक कि मुंबई में उनसे बात करने कोशिश की तो उन्होंने कहा कि वह कश्मीर में बात करेंगी. दिल्ली में भी कोशिश की तो उन्होंने कहा कि कश्मीर में बात करेंगी. वह खुद चुनाव लड़ना चाहती थीं. वह अपना पास्ट भूल गईं.''
ये भी पढ़ें- Jammu Kashmir Lok Sabha Election: श्रीनगर में लोकतंत्र के महापर्व का उत्साह, 1996 के बाद सबसे ज्यादा मतदान