Watch: माता वैष्णो देवी की भक्ति में लीन हुए फारूक अब्दुल्ला, 'तूने मुझे बुलाया शेरावालिये' गाकर सबको चौंकाया
Farooq Abdullah: एनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने रोपवे परियोजना को लेकर कहा कि मंदिर का संचालन करने वालों को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों के हितों को नुकसान पहुंचे.

Farooq Abdullah News: नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला सदाबहार राजनेता हैं. राजनीति के साथ धार्मिक मसलों पर भी उनका अलग-अलग रूप देखने को समय-समय पर मिलता रहता है. एक बार फिर फारूक अब्दुल्ला माता वैष्णो देवी मंदिर के पास कटरा के एक आश्रम में माता की भक्ति में लीन दिखे. उन्होंने कटरा के आश्रम में 'तू ने मुझे बुलाया शेरावालिये' भजन गाकर सबको चौंका दिया.
इसको लेकर अब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इससे पहले अप्रैल 2024 में भी रामधुन को लेकर उनका एक वीडियो वायरल हुआ था.
Katra: Former Jammu and Kashmir CM Farooq Abdullah was seen singing the bhajan "Tu Ne Mujhe Bulaya Sherawaliye" at an ashram in Katra, near the Mata Vaishno Devi Temple
— IANS (@ians_india) January 24, 2025
(23/01/2025) pic.twitter.com/XJrShXbJDy
रोपवे के मसले पर कटरा के लोगों का किया समर्थन
दरअसल, कटरा के एक आश्रम में 'भजन' कार्यक्रम में एक गायक और बच्चों के साथ शामिल होकर फारूक अब्दुल्ला ने गाया, 'तूने मुझे बुलाया शेरावालिये, मैं आया मैं आया शेरावालिये.' इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने रोपवे परियोजना के विरोध में कटरा के लोगों के समर्थन की आवाज उठाई. उन्होंने कहा, "मंदिर का संचालन करने वालों को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों के हितों को नुकसान पहुंचे या उनके लिए समस्या पैदा हो."
सरकार बनाने या गिराने की शक्ति लोगों के पास- अब्दुल्ला
उन्होंने कहा कि लोगों को यह अहसास हो गया है कि सत्ता सरकार के पास नहीं, बल्कि लोगों के पास है. अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि लोगों के पास सरकार बनाने या गिराने की शक्ति है और अब अधिकारी उनसे इस बारे में बात करने के लिए संपर्क कर रहे हैं कि रोपवे का निर्माण कहां किया जाना चाहिए.
'स्वार्थ के लिए होता है धर्म का दुरुपयोग'
उन्होंने कहा, "इन पहाड़ियों में रहने वाले लोग माता के आशीर्वाद से अपनी आजीविका कमाने के लिए यहां आते हैं, लेकिन उन्हें भुला दिया गया है. उन्हें लगता है कि वे ही सबकुछ हैं. वे कुछ भी नहीं हैं. जब ईश्वर की शक्ति प्रबल होती है, तो बाकी सब कुछ फीका पड़ जाता है."
उन्होंने कहा कि कैलिफोर्निया में क्या हो रहा है, इसे ही देख लीजिए. अब्दुल्ला ने कहा कि सभी धर्मों की मूल शिक्षाएं एक जैसी हैं और अक्सर लोग ही अपने स्वार्थ के लिए धर्म का दुरुपयोग करते हैं.
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