(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने वाले फारूक अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव के लिए किया बड़ा ऐलान, क्या कुछ कहा?
Farooq Abdullah News: फारूक अब्दुल्ला ने दावा किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू कश्मीर में अगली सरकार अपने दम पर बनाएगी और उसे ‘अल्लाह’ के अलावा किसी और के समर्थन की जरूरत नहीं है.
Farooq Abdullah Latest News: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और उम्मीद जताई कि निर्वाचन आयोग इस महीने के अंत तक चुनाव की तारीखों की घोषणा कर देगा. हालांकि, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने यह बताने से इनकार कर दिया कि वह किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे.
डोडा जिले में पार्टी के एक समारोह से इतर पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, 'वह (उनके बेटे उमर अब्दुल्ला) मौजूदा व्यवस्था के तहत चुनाव नहीं लड़ना चाहते. उन्होंने मन बना लिया है कि वह राज्य का दर्जा (जम्मू कश्मीर का) बहाल होने तक चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि, मैं चुनाव लड़ने जा रहा हूं क्योंकि मैं मरा नहीं हूं.'
'अपने दम पर सरकार बनाएगी नेशनल कॉन्फ्रेंस'
अब्दुल्ला ने दावा किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू कश्मीर में अगली सरकार अपने दम पर बनाएगी और उसे ‘अल्लाह’ के अलावा किसी और के समर्थन की जरूरत नहीं है. निर्वाचन आयोग के जम्मू-कश्मीर के हालिया दौरे पर अब्दुल्ला ने कहा कि रिपोर्ट बताती है कि चुनावों की घोषणा 21 से 25 अगस्त के बीच की जाएगी. उन्होंने कहा, 'हम चुनाव के लिए तैयार हैं.'
बुरे दौर से गुजर रहा है देश- फारूक अब्दुल्ला
इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि देश ध्रुवीकरण और नफरत की राजनीति के कारण ‘बुरे दौर’ से गुजर रहा है. उन्होंने मुसलमानों को निराश न होने की सलाह दी और कहा कि यह दौर जल्द ही खत्म होने वाला है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने चिनाब घाटी के अपने सप्ताह भर के दौरे के तीसरे दिन डोडा जिले के मलिकपुर में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुसलमानों को स्वतंत्र भारत का नागरिक होने पर गर्व होना चाहिए.
वहीं शनिवार को शनिवार को फारूक अब्दुल्ला किश्तवाड़ पहुंचे, जहां उन्होंने कहा, “हम बुरे दौर से गुजर रहे हैं. मैंने जवाहरलाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक किसी भी प्रधानमंत्री को लोगों को मुस्लिम, हिंदू, सिख और ईसाई (उनके धर्म) के आधार पर बांटते नहीं देखा.