Ghulam Nabi Azad: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने बांग्लादेश के हालातों पर चिंता जताई है. साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा पर भी सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर बड़ी बात कही है. 


जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने बांग्लादेश में बनी स्थिति पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि जो हालत पहले बांग्लादेश में थे, वह आजकल नहीं है. जब वहां पर पुरानी सरकार थी, उस सरकार और हमारे देश के बीच अच्छे संबंध थे, राजनीतिक तौर पर भी और सामाजिक तौर पर भी. बहुत सारे हमारे बच्चे एमबीबीएस के लिए पढ़ने जाते थे. 
उन्होंने कहा कि उस दौरान विशेष रूप से बांग्लादेश ने कई क्षेत्रों में बहुत प्रगति भी की थी, लेकिन जो बीच में ही एक इंकलाब जैसा आया वह ठीक नहीं था.


भारत और बांग्लादेश के बीच समानताएं बताते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सबसे बड़ी बात जो बांग्लादेश और भारत में एक जैसी थी कि सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर रहते थे. मौजूदा हालातों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि आज वहां पर अल्पसंख्यक समाज का हाल आप टीवी पर देखते हैं वह दुर्भाग्य की बात है और चिंता की बात है.


बांग्लादेश की मौजूदा सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जो आज सरकार है, उसे सोचना चाहिए कि अल्पसंख्यक हर देश में होते हैं. उनके इस प्रभाव से शायद दूसरे देशों में कोई नुकसान ना हो. उसकी हम निंदा करते हैं. जो मौजूदा सरकार है वह उसे रोकने में और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में सफल नहीं रही है.


उत्तर प्रदेश के संभल पर प्रियंका गांधी के बयान पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट तो बड़ी चौकन्ना है और बीच-बीच में वह एक्शन लेती है और हुकुम भी सुनाती है. जहां देश में इस तरह की घटनाएं हो वह बंद होनी चाहिए.


हर जगह अल्पसंख्यक अपने आप को सुरक्षित महसूस करना चाहिए चाहे भारत हो चाहे विदेश. जम्मू कश्मीर को वापस राज्य का दर्जा दिए जाने पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को वापस राज्य का दर्जा देना जरूरी है और हम 5 साल से बोल रहे हैं अब कब हो यह देखने की बात है.