Jammu-Kashmir News: बीते चार दिनों से जारी भारी बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर की डल झील में एक डूबते हाउसबोट से गुरुवार को सात पर्यटकों को बचाया गया है. हाउसबोट के मालिक ने इन पर्यटकों की जान बचाई है. जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह भारी बारिश के कारण कोलाहोई नाम की एक हाउसबोट डूबने लगी थी जिसमें सवार सात पर्यटक भी डूबने लगे थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि डूबते हाउसबोट को उसके मालिक ने देखा. मालिक मोहम्मद यूसुफ और उसके परिवार वालों ने अपनी जान की परवाह किए बिना सात पर्यटकों को जल्दी से बाहर निकाला. युसूफ ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार की तुलना में पर्यटकों की सुरक्षा का पहले रखा औैर उन्हें डूबती हाउसबोट से बाहर निकाला है. डल और निगीन झीलों में हाउसबोट मालिक और झेलम के आसपास के लोग सरकार से उनकी संपत्तियों की मरम्मत के लिए सहायता की मांग कर रहे हैं.
जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. बाढ़ और भूस्खलन के कारण रणनीतिक रूप से अहम जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा है. सैंकड़ों गाड़ियां राजमार्ग पर फंस गई हैं और डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि रामबन जिले में एक घर ढह गया. हालांकि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है. उन्होंने दावा किया कि रियासी जिले की अंस नदी में आए सैलाब के कारण फंसे पांच लोगों को पुलिस ने बचा लिया.
झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर
डोडा जिला प्रशासन ने पर्वतीय जिले के कई इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है. वहीं, घाटी की भी यही सूरत है जहां झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और श्रीनगर में मंगलवार जून के महीने में 50 साल में सबसे सर्द दिन रहा. एक अधिकारी ने बताया, “हमें चिनाब नदी व उसकी सहायक नदियों के आसपास के इलाकों और रामबन व डोडा जिलों के ढलानों और फिसलन संभावित क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित करना पड़ा है.” अधिकारियों ने बताया कि रामबन-उधमपुर सेक्टर में भारी बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 30 से अधिक स्थानों पर भूस्खलन हुआ है, जिसके कारण 270 किलोमीटर लंबा राजमार्ग बुधवार को लगातार दूसरे दिन बंद रहा. इस वजह से सैकड़ों गाड़ियां फंस गईं.