Jammu Kashmir News: हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Umar Farooq) ने यह दावा किया है कि उन्हें हाउस अरेस्ट में रखा गया है. मीरवाइज ने कहा कि उन्हें श्रीनगर में जामा मस्जिद में नमाज अदा नहीं करने दिया जा रहा है. उन्होंने ये बातें सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के साथ शेयर की हैं. 


मीरवाइज ने 'एक्स' पर लिका कि ''जैसे ही मैं शुक्रवार की नमाज के लिए जामा मस्जिद जने वाला था, तो मुझे मौखिक रूंप से बताया गया कि मैं आज हाउस अरेस्ट पर हूं और जामा मस्जिद जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी." मीरवाइज कश्मीर के मुख्य मौलवी भी हैं.






क्या बाबरी विध्वंस की बरसी के कारण लगा प्रतिबंध - मीरवाइज


मीरवाइज ने आगे कहा कि यह अनुमान कोई भी लगा सकता है कि उन्हें यहां शहर के नौहट्टा इलाके में शाही मस्जिद में जाने से क्यों रोका गया. क्या इसका संबंध आज बाबरी मस्जिद विध्वंस की 32वीं बरसी और मस्जिद और दरगाह सर्वेक्षण से है? जिसके खिलाफ हमने आवाज उठाई है.कोई भी अनुमान लगा सकता है.


इससे पहले मीरवाइज को 2019 में नजरबंद किया गया था. उन्हें जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के एक दिन पहले यानी 4 अगस्त को नजरबंद किया गया था. वह चार साल से ज्यादा वक्त तक नजरबंदी में रहे थे. उन्हें 22 सितंबर 2023 को रिहा किया गया था.


कश्मीर को लेकर क्या बोले थे मीरवाइज?
बता दें मीरवाइज उमर फारूक ने 1993 में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का गठन किया था. अक्टूबर में मीरवाइज ने कहा था कि हमने तीस साल पहले भी कश्मीर के शांतिपूर्ण हल की बात कही थी और आज भी हमारा यही मानना है. उस वक्त मीरवाइज ने पीएम मोदी के ब्रिक्स में दिए गए भाषण का भी जिक्र किया था.


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