Jammu-Kashmir Politics: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन प्रवासी कश्मीरी पंडितों की समस्याओं के प्रति हमेशा से गंभीर रही है. जम्मू कश्मीर सरकार की प्राथमिकता में कश्मीरी पंडित शामिल हैं. उन्होंने कहा कि विशेषकर प्रधानमंत्री पैकेज के तहत काम करने वाले कश्मीरी पंडितों के प्रति प्रशासन काफी संवेदनशील है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उनके दरवाजे कश्मीरी पंडितों के लिए हमेशा खुले हैं.
राहुल गांधी के पत्र का दिया जवाब
जानकारी हो कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को जम्मू की जगती कॉलोनी में विशेष शासन शिविर का उद्घाटन किया. इस दौरान वे कश्मीरी पंडितों की सभा को संबोधित कर रहे थे. कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की पीड़ा के प्रति उपराज्यपाल प्रशासन के असंवेदनशील दृष्टिकोण के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पत्र का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के मुद्दों को लेकर प्रशासन संवेदनशील है.
पत्र में क्या लिखा था राहुल गांधी ने
जानकारी हो कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने कहा था कि यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के दल ने मुझसे मुलाकात की थी. कश्मीरी पंडितों ने उन्हें घाटी के दुखद हालात की जानकारी दी थी. राहुल गांधी ने अपने पत्र में कहा था कि कश्तीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कहा था कि बिना किसी सुरक्षा गारंटी के उन्हें घाटी में काम करने के लिए भेजना दुर्भाग्यपूर्ण है. अपने पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री से इस पर उचित कदम उठाने की भी मांग की थी.
देश की अखंडता पर हुए हमले
उपराज्यपाल ने कहा कि कश्मीरी पंडितों पर हमलों की कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई थीं. उपराज्यपाल ने कहा कि ये हमले किसी व्यक्ति पर नहीं, भारत की अखंडता पर भी थे. उपराज्यपाल ने पिछले साल घाटी में आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी पंडितों की हत्या का उल्लेख भी किया. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश की शह पर कुछ मुट्ठी भर लोग निर्दोष आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं.
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