Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने तीन दशक से ज्यादा के अंतराल के बाद शहर के गुरुबाजार से डलगेट तक मुहर्रम का जुलूस निकालने को मंजूरी देने का फैसला किया है. कश्मीर के संभागीय आयुक्त वी.के. बिधूड़ी ने बुधवार (26 जुलाई) को बताया कि हमारे शिया भाइयों की लंबे वक्त से मांग थी कि उन्हें गुरुबाजार से डलगेट तक अपना पारंपरिक जुलूस निकालने की इजाजत दी जाए. इसे बीते 32 से 33 वर्षों से मंजूरी नहीं दी गई थी, लेकिन अब प्रशासन ने जुलूस को इजाजत देने का फैसला किया है. यह एक ऐतिहासिक कदम है.


संभागीय आयुक्त वी.के. बिधूड़ी ने बताया कि गुरुवार (27 जुलाई) के कार्यक्रम का शांतिपूर्ण समापन प्रशासन को दूसरे मुद्दों पर इस तरह के फैसले लेने में मदद करेगा. उन्होंने बताया कि अगर इस जुलूस के दौरान किसी ने कुछ भी गड़बड़ करने का प्रयास किया, तो उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा. बिधूड़ी ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने ऐसा माहौल तैयार किया है, जिसने प्रशासन को यह ऐतिहासिक कदम उठाने में मदद की है.


मुहर्रम के जुलूस का समय सुबह 6 से 8 बजे तक सीमित- वी.के. बिधूड़ी


जुलूस के समय को लेकर वी.के. बिधूड़ी ने कहा कि मैं शिया भाइयों और कश्मीर के अन्य लोगों को बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने ऐसा माहौल बनाया है, जिससे प्रशासन के लिए यह फैसला लेना काफी आसान हो गया. हमारे सामने एकमात्र कठिनाई यह थी कि कल कार्य दिवस है. हमने जुलूस का समय सुबह 6 बजे से 8 बजे तक सीमित कर दिया है, ताकि दूसरे लोगों को भी असुविधा न हो. 


मुहर्रम को लेकर रहेंगी ये तैयारी


सुरक्षा के मुद्दे पर कश्मीर संभागीय आयुक्त वी.के. बिधूड़ी ने कहा कि प्रशासन ने जुलूस के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाये हैं. उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस को हर स्थिति के लिए तैयार रखा गया है, पानी उपलब्ध रखा जाएगा. इस दौरान मुहर्रम में शामिल लोगों के लिए डलगेट पर बसें तैनात की जाएंगी. हमें उम्मीद है कि जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होगा.


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