Corona News: जम्मू कश्मीर में कोरोना के मरीजों का लगातार मिलने का सिलसिला जारी है. जारी ऑफिसियल हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, केंद्र शासित प्रदेश में कल बीते सोमवार को भी 706 लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. वहीं हेल्थ बुलेटिन में आगे बताया गया कि, छः लोगों ने कोरोन से मौत की भी खबर है.
केंद्र शासित प्रदेश में यह है कोरोना का आंकड़ा
जम्मू कश्मीर में बीत साल के दिसंबर महीने में संक्रमित मरीजों की संख्या 1337 थी, जो नए साल के शुरुआअति दस दिनों में बढ़ कर चार हजार के पर 4024 पर पहुंच गया है. यह बीते दस दिनों में 200 फ़ीसदी का इजाफा है. वहीं कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 209 हो गई है. जबकि रविवार को कोरोना से 687 लोग संक्रमित हुए थे, वहीं कोरोना वायरस 3 लोगों की मौत हुई थी. 16 जून के बाद पहली बार जब जम्मू कश्मीर में सात सौ से ऊपर मामले दर्ज किये गए.
पूरे जम्मू कश्मीर में पिछले 5 जनवरी को 418 कोरोना के मामले दर्ज किये गए, जबकि 6 जनवरी को 349 मामले, वहीं 7 जनवरी को 542 मामले दर्ज किये गए. जबकि बीत शनिवार को 655 मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिला. साल के शुरूआती चार दिनों में संक्रमण के मामले 165 से 199 के बीच दर्ज किये जा रहे थे, वहीं बीते साल दिसंबर में रोजाना औसतन 143 मामले दर्ज किये जा रहे थे.
कल सोमवार को आये कुल संक्रमण के मामलों में से, जम्मू संभाग से अकेल 345 मामले दर्ज किये गए और 3 लोगों की मौत हुई. जबकि कश्मीर घाटी से 361 कोरोना के संक्रमण के मामले मिले और एक की मौत हुई है. वहीं जम्मू संभाग के जम्मू जिले में 233 मामले दर्ज किये गए, इसके बाद रियासी स्व 26 मामले दर्ज किये गए.
कश्मीर घाटी में श्रीनागर में कोरोना संक्रमण के 172 मामले दर्ज किये गए और बारमुला में 64 मामले सामने आये. जबकि इसके छः जिलों में एक या की भी मामला नहीं सामने आया है.
सक्रिय कोरोना केसेस के मामले में जम्मू जिला सबसे ऊपर है जहां कोरोना के 1427 सक्रिय मरीज हैं. इसके बाद श्रीनगर में 919 मामले तो वहीं बारमुला में 286 सक्रिय मरीज हैं. पूरे जम्मू कश्मीर में सक्रिय मामलों की संख्या 4024 है. मौतों को लेकर अधिकारियों ने बताया कि, जम्मू जिले में सबसे अधिक मौत 1164 हुई हैं, इसके बाद श्रीनगर में 885 मौत हुई है.
कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 3 लाख 36 हजार 790 पर पहुंच गयी है, जिससे रिकवरी रेट बढ़ कर 97.51 फ़ीसदी हो गया है. जब से कोरोना महामारी शुर हुई, तब से अब तक जम्मू में कुल 3 लाख 45 हजार 358 लोग संक्रमित हुए हैं. वहीं मरने वालों की संख्या 4544 है.
अधिकारियों ने जांच को लेकर बताया कि, पिछले 24 घंटों में 46857 लोगों का कोरोना जांच किया गया, वहीं सोमवार को ही 92 हजार 518 कोरोना के वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है.
जम्मू कश्मीर में कोरोना के तीसरी लहर से निपटने के लिए अधिकारीयों ने उठाये हैं यह कदम
महामारी की तीसरी लहर को काबू में करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों ने उपाय करना शुरू कर दिया है. प्रशासन के जरिये रविवार शाम समीक्षा बैठक में सभी स्कूल, कालेज और कोचिंग सेंटरों को ऑनलाइन मोड में क्लास करवाने का आदेश दिया गया है. वहीं रात का कर्फ्यू पहले से ही लागू किया गया है, जबकि मार्केट एसोसिएशन को कोविड-उपयुक्त व्यवहार सुनिश्चित करने और दुकानों पर किसी भी तरह की भीड़भाड़ की अनुमति नहीं देने के लिए कहा गया है.
श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज ने सोमवार को सभी संबद्धित अस्पतालों के शिक्षकों के विंटर वेकेशन को रद्द कर दिया और उनसे मंगलवार से ड्यूटी पर फिर से लौटने को कहा गया है.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने सोमवार को श्रीनगर के सरकारी अस्पतालों का दौरा किया. जिसके बाद उन्होंने कहा कि, प्रशासन को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए और लोगों कोविड प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए. फारूक खान ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि “लोगों को यह सोचना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर में ओमाइक्रोन के कुछ मामले हो सकते हैं, लेकिन अधिकतर डेल्टा वैरिएंट के केसेस देखने को मिल रहे हैं जो बहुत ही घातक हैं.
उन्होंने आगे कहा कि मैं लोगों से अनुरोध करना चाहूंगा कि इसे हल्के में न लें, हम लोगों को मास्क पहनने और एसओपी का पालन करने के लिए या कोविड प्रोटोकाल के नियमों का पालन करने के लिए बल प्रयोग और पुलिस या मजिस्ट्रेट को शामिल नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि अगर लोग एसओपी का पालन नहीं करेंगे, तो हालात और खराब हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह ऐसी घटना को रोकने की कोशिश कर रहे हैं जहां प्रशासन को तालाबंदी करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
अस्पतालों में बेड की उपलब्धता और प्रशासन की तैयारी को लेकर उपराज्यपाल के सलाहकार ने यह कहा
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने अस्पतालों के संबंध में कहा कि उन्होंने कश्मीर में कोविड रोगियों के लिए तीन अस्पताल चेस्ट डिजीज हॉस्पिटल-डलगेट, एसएमएचएस अस्पताल और एसकेआईएमएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल, बेमिना के लिए तैयार किया गया है.
उन्होंने प्रशासन की कोविड की तैयारियों के संबंध में बात करते हुए कहा कि, “प्रशासन किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है. अस्पतालों में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन प्लांट उपलब्ध हैं और हम डॉक्टरों की समस्याओं का भी समाधान कर रहे हैं. कुल मिलाकर हम कोविड से निपटने के लिए तैयार हैं."
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