Jammu and Kashmir: जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव की मांग हुई तेज, अब गुलाम नबी आजाद ने कही ये बात
Jammu and Kashmir Elections: आजाद ने कहा, मैं पीएम और गृहमंत्री का शुक्रगुजार हूं कि संसद में हमारे बार-बार दिए गए भाषणों के बाद दोनों ने सदन को आश्वस्त किया कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.
Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और अनुभवी नेता गुलाम नबी आजाद (CM Ghulam Nabi Azad) ने केंद्र शासित प्रदेश में शीघ्र चुनाव कराने का समर्थन करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया (चुनाव) न केवल लोकतंत्र के लिए बल्कि क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए भी ‘‘बहुत’’महत्वपूर्ण है. उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव से पहले अपनी नवगठित पार्टी के किसी अन्य दल से गठबंधन करने की संभावना से भी इनकार कर दिया. आजाद ने कहा, ‘‘हम बहुत उत्सुक हैं, बल्कि बहुत देर हो रही है क्योंकि हमने लगभग नौ साल (यहां पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था) पूरे कर लिए हैं - दो या तीन महीने बाद हम चुनाव के 10वें साल में प्रवेश कर रहे होंगे.’’
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘चुनाव न केवल लोकतंत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं बल्कि राज्य के लोगों द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों के लिए भी अहम है.’’ आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना अहम है, लेकिन यह विधानसभा का मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का शुक्रगुजार हूं कि संसद में हमारे बार-बार दिए गए भाषणों के बाद दोनों ने सदन को आश्वस्त किया कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.’’
गठबंधन करने से इनकार
आजाद ने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई तो उसमें मौजूदा गृहमंत्री ने राज्य का दर्जा बहाल करने की प्रतिबद्धता दोहराई, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि यह चुनावों के बाद होगा. जम्मू-कश्मीर में प्रचार कर रहे आजाद ने चुनाव से पहले किसी दल से गठबंधन करने से इनकार किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं मानता कि चुनाव से पहले मैं किसी दल से गठबंधन करूंगा. चुनाव के बाद कोई नहीं जानता कि क्या किसी दल को बहुमत मिलेगा या नहीं...मैं अभी उस बारे में कोई प्रतिबद्धता नहीं जताना चाहता जब यह पता नहीं है कि चुनाव के बाद क्या होगा. ’’