जम्मू-कश्मीर ने कर राजस्व कलेक्शन में 25.38 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की है. ये बढ़ोतरी पिछले वित्तवर्ष मे किए गए संग्रह के मुकाबले 2021-22 में हुई है. आधिकारिक प्रवक्ता के मुताबिक, पिछले वित्तवर्ष 2020-21 में एकत्र किए गए 12,105.95 करोड़ रुपये के मुकाबले जीएसटी, उत्पाद शुल्क, टिकट और मोटर स्पिरिट पर टैक्स जैसे अप्रत्यक्ष करों का कुल संग्रह 15,179.42 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले वित्तवर्ष के दौरान 9,020 करोड़ रुपये एकत्र किया गया था. उसके मुकाबले माल और सेवा कर के कारण 11,163.95 करोड़ रुपये का कर राजस्व संग्रह हुआ, जिससे 23.77 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई.


कर राजस्व संग्रह में शानदार बढ़ोतरी हासिल


2021-22 के दौरान मोटर स्पिरिट की बिक्री पर एकत्र कर पिछले वित्तवर्ष में 1,459.92 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,829.73 करोड़ रुपये था, जिससे 25.33 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया. पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के संबंध में सरकार की तरफ से हाल ही में कर की दर में कमी के बावजूद इस क्षेत्र में कर राजस्व संग्रह में शानदार बढ़ोतरी हासिल की गई है.


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उत्पाद शुल्क में 30 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि


स्टांप शुल्क संग्रह से राजस्व की वृद्धि में 56.12 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई है, क्योंकि पिछले वित्तवर्ष के दौरान दर्ज किए गए 272.22 करोड़ रुपये के मुकाबले कुल संग्रह 425 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इसी तरह, उत्पाद शुल्क में किया गया संग्रह वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान एकत्र किए गए 1,353.81 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,760.74 करोड़ रुपये रहा है, जिससे 30 प्रतिशत की पर्याप्त बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है. 


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