CM Omar Abdullah on One Nation One Election: केंद्रीय कैबिनेट से 'वन नेशन, वन इलेक्शन' विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद सियासत तेज हो गई है. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि 'उम्मीद है संसद में वन नेशन वन इलेक्शन का वह हाल नहीं होगा जो धारा 370 का हुआ था." जम्मू में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन को अभी संसद से मंजूरी मिलना बाकी है. संसद के सामने आने दीजिए, अभी तो एक प्रस्ताव है.


मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि संसद में वन नेशन वन इलेक्शन का वह हाल नहीं होगा जो 2019 धारा 370 और जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने को लेकर हुआ था. उन्होंने कहा कि धारा 370 और जम्मू को केंद्र शासित प्रदेश बुलडोज कर बनाया गया. उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन पर संसद में खुलकर बहस होनी चाहिए. उमर ने कहा कि जहां तक नेशनल कॉफ्रेंस की राय का सवाल है को पार्टी की बैठक में फैसला लिया जायेगा. नेशनल कॉफ्रेंस की बैठक में विधेयक पर सांसदों से सलाह मशविरा होगा.


'वन नेशन, वन इलेक्शन' पर क्या बोले सीएम उमर अब्दुल्ला?


बता दें कि मोदी कैबिनेट ने गुरुवार को एक देश, एक चुनाव को लागू करने संबंधी विधेयक को हरी झंडी दे दी. विधेयक को संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की संभावना है.  हालांकि, संसद में पेश किये जाने से पहले विधेयक पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच घमासान मचा हुआ है. इंडिया गठबंधन की कई पार्टियों ने विधेयक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सरकार में शामिल एनडीए की सहयोगी पार्टियों ने फैसले का स्वागत किया है. समर्थक पार्टियों का कहना है कि देश भर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने से समय की और पेसे की बचत होगी. 


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