Jammu Kashmir News: नवरात्र उत्सव (Navratra Festival) को देखते हुए जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में माता वैष्णो देवी मंदिर (Shri Mata Vaishno Devi) में ड्रोन और सुरक्षा बलों की क्वीक रिएक्शन टीमों को तैनात किया जा रहा है. बता नवरात्र की शुरुआत 15 अक्टूबर को हो रही है और 23 अक्टूबर को समापन होगा. यहां नौ दिवसीय उत्सव के दौरान तीर्थयात्रियों की भीड़ आमतौर पर कई गुना बढ़ जाती है.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने शारदीय नवरात्र की शुरुआत से पहले तीर्थ क्षेत्र की सुरक्षा और तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ कमांडेंट ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने बैठक में नवरात्र के दौरान और मंदिर के रास्ते में किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के अलावा क्वीक एक्शन टीम की तैनाती और बहु-स्तरीय सुरक्षा ग्रिड का डिटल शेयर किया.
सतर्क रहने के दिए गए निर्देश
सीईओ गर्ग ने सभी एंट्री प्वाइंट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को अधिक और सतर्क रहने के लिए कहा गया है ताकि कोई भी श्रद्धालु बिना जांच और रजिस्ट्रेशन के तीर्थयात्रा मार्ग में प्रवेश न कर सके. उन्होंने निर्देश दिया कि कटरा, उसके आसपास और मंदिर के गर्भगृह के रास्ते में ट्रैक पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं और स ाथ ही रियल टाइम निगरानी करने के लिए ड्रोन लगाए जाएं.
पोनी पोर्टर्स पर भी रहेगी नजर
श्राइन बोर्ड के अधिकारी ने पोनी पोर्टर्स के दस्तावेज सत्यापित करने और अग्निशमन से जुड़ी तैयारियों को लेकर भी समीक्षा की. उन्होंने यह निर्देश दिए कि इस बात की जांच की जाए कि पोनी पोर्टर्स तीर्थयात्रियों से अधिक किराया न वसूल सकें. अंशुल गर्ग ने आपदा प्रबंधन से जुड़े उपायों पर भी बात की. उन्होंने सुरक्षा बलों को संवेदनशील स्थानों की निगरानी करने और भीड़ प्रबंधन से निपटने के अभ्यास करने के निर्देश दिए. सुरक्षा प्रबंध के अलावा साफ-सफाई, पेयजल,वाहनों की आवाजाही और यात्रा मार्ग में रोशनी की व्यवस्था को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं.
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