Doda Landlide: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के डोडा जिले के नई बस्ती गांव में घरों में दरारें आने के बाद 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि डोडा जिले के ठठरी इलाके के नई बस्ती गांव में जमीन धंसने के कारण कई घरों में दरारें आनी शुरू हो गईं. हाल ही में हुई बारिश के कारण हुए भूस्खलन से स्थिति और गंभीर हो गई थी.


डोडा के एसएसपी अब्दुल कयूम ने कहा, अब तक 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. चट्टानों को ढीले होने के कारण भूस्खलन हुआ. कयूम ने कहा कि भूवैज्ञानिकों और इंजीनियरों की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है.


जमीन इमारतों का भार सहन नहीं कर सकती- SSP
कयूम ने कहा कि साइट पर चट्टानों का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों के अनुसार, वहां की जमीन इमारतों का भार सहन नहीं कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में नए और पुराने दोनों तरह के ढांचे बनाए गए हैं.


अब्दुल फारूक, जो उन लोगों में शामिल हैं जिनके घर में दरारें आ गई हैं, ने प्रशासन से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की अपील की फारूक ने कहा, भूस्खलन के कारण कुछ घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. एक मस्जिद भी इसके प्रभाव में आ गई है.


JK Politics: जम्मू-कश्मीर में अतिक्रमण पर वार, बीजेपी नेता ने कहा- इन लोगों पर होगा 'बाबा के बुलडोजर' से एक्शन


उत्तराखंड के जोशीमठ के साथ डोडा की तुलना करने से इनकार 
अधिकारियों ने हालांकि, उत्तराखंड के जोशीमठ के साथ डोडा की तुलना करने से इनकार कर दिया, जोशीमठ ने एक बड़ी चुनौती पेश की और बड़ी संख्या में लोगों को उनके घरों में दरारें आने के बाद स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया. कयूम ने कहा, दोनों की तुलना नहीं की जा सकती. डोडा में यह बहुत ही स्थानीय मामला है.


उप-विभागीय मजिस्ट्रेट अतहर अमीन जरगर ने संवाददाताओं से कहा, स्थिति को बिगड़ने से कैसे रोका जा सकता है, इस बारे में इनपुट देने के लिए जम्मू से भूविज्ञान और खनन टीम आ रही है.