इस बार 30 जून से अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) शुरू हो रही है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण पिछले 2 सालों से इस पर रोक लगा दी गयी थी. 43 दिन तक चलने वाले इस अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) प्रशासन ने, श्रद्धालुओं से कोविड-19 (Covid-19) से संबंधित प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा है. 


2020 और 2021 में कोरोना महामारी के दौरान अमरनाथ यात्रा प्रतीकात्मक रूप से किया गया था, इस दौरान कुछ महंत और पवित्र गदा एक हेलिकॉप्टर के जरिये अमरनाथ मंदिर तक ले जाए गए थे. जबकि 2019 अगस्त में संविधान में धारा 370 और 35A में संशोधन के बाद, अमरनाथ यात्रा बीच में ही रद्द करनी पड़ी थी. वहीं इस बार अमरनाथ की यात्रा दोनों मार्गों से चाहे वह अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक से और गांदरबल जिले से बालटाल मार्ग से शुरू किये जाने से श्रद्धालुओं में खुश हैं.


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अमरनाथ की यात्रा पर निकलने से पहले करवाएं रजिस्ट्रेशन
श्रद्धालुओं को  अमरनाथ की यात्रा पर निकलने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होता है. इस यात्रा पर जाने से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना जरुरी होता है, लेकिन यह प्रक्रिया कठिन होती हैं. ऐसे में यात्रिओं को यात्रा से तकरीबन एक महीने पहले रजिस्ट्रेशन करवा लेना चाहिए, क्यों की इसके बगैर यात्रा की परमिट नहीं दी जाती है. 


इन चीजों को साथ जरुर ले जायें
अमरनाथ की यात्रा के समय वहां के मौसम के हिसाब से गर्म कपड़े, वाटरप्रूफ ट्रेकिंग कोट, टॉर्च, ग्लव्स, जैकेट, मंकी कैप, ऊनी जुराब, पतले गर्म कपड़े, टोपी और गलव्स साथ जरुर ले जायें. इसके अलावा छाता, रेनकोट और वॉटरप्रूफ जूते भी साथ ले जायें, क्योंकि वहां के मौसम में अचानक तब्दीली और बारिश बहुत आम बात है. 


अपने साथ टॉर्च, मेवे, रॉस्टेड चने, बिस्कुट और चॉकलेट जरूर रखें, डिब्बाबंद भोजन यात्रा के दौरान इन चीजों की जरूरत पड़ सकती है. बैग में जरूरी दवाइयां रखना न भूलें, वहां का मौसम हर किसी को सूट नहीं करता इसलिए बैंड एड्स, आयोडेक्स, डेटॉल, सिरदर्द की दवा, चक्कर आना और बदन दर्द की दवा अपने साथ रखें.


अमरनाथ की यात्रा करने वाले सभी श्रद्धालुओं को वहां का मौसम सूट नहीं करता है, उंचाई पर पहुंच कई लोगों को ऑक्सीजन की परेशानी होने लगती है. इस समस्या से निजात पाने के लिए दवा और इंस्टेंट ऑक्सीजन स्प्रे जरुर ले जायें. रास्ते में किसी भी प्रकार की आने वाली समस्या को जगह-जगह पर खड़े सेना से बताएं वह आपको मदद जरुर करें.


अमरनाथ श्राइन बोर्ड के द्वारा बताए गए सभी नियम कायदों का कड़ाई से पालन करें, चेतावनी वाले स्थानों पर बिलकुल न रुकें. पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी गतिविधि से परहेज करें.


यात्रा के समय ढीले कपड़े पहनें, वहां पर ठंडक होने के बावजूद सूरज की किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सनस्क्रीन, लिपबाम, कोल्ड क्रीम जरूर लगायें. 


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