Jammu Kashmir Election 2024 Highlights: जम्मू-कश्मीर में अंतिम चरण में 68 फीसदी से ज्यादा वोटिंग, 8 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
Jammu Kashmir Election Phase 3 Voting: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अंतिम चरण की वोटिंग खत्म हो गई. इसमें 7 जिलों की 40 विधानसभा सीटों पर 39.18 लाख से ज्यादा मतदाता थे.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत 68.72 फीसदी मतदान हुआ. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली. यहां एक बयान में कहा गया कि इस चरण के संपन्न होने के साथ विधानसभा चुनाव में कुल मतदान प्रतिशत 63.45 पर पहुंच गया है. चुनाव के पहले चरण में 18 सितंबर को 61.38 फीसदी और 25 सितंबर को दूसरे चरण में 57.31 फीसदी मतदान हुआ था. मतगणना आठ अक्टूबर को होगी.विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में 40 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए आज वोटिंग संपन्न हो गई. शाम पांच बजे तक 65.48 फीसदी वोटिंग हुई. केंद्र शासित प्रदेश के 39.18 लाख से अधिक मतदाता 415 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे. इन उम्मीदवारों में दो पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद और मुजफ्फर बेग भी शामिल हैं.
जम्मू-कश्मीर में 40 विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है. दोपहर तीन बजे तक 56.01 फीसदी वोटिंग हुई है. कठुआ में 62.43 फीसदी, बांदीपुर में 53.09 फीसदी, जम्मू में 56.74 फीसदी और उधमपुर में 64.43 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है.
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को 7 जिलों की 40 सीटों पर वोटिंग हो रही है. सुबह 7 बजे से वोटिंग हो रहा है. सुबह 11 बजे तक कुल 28.12 प्रतिशत मतदान हुआ है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने कहा, "अनुच्छेद 370 हटने के बाद नया जम्मू-कश्मीर बना है. हमने आतंकवाद, अलगाववाद, भ्रष्टाचार को खत्म किया है. लोगों में एक भरोसा पैदा हुआ है और लोग बीजेपी के पक्ष में वोट करेंगे."
पट्टन विधानसभा क्षेत्र से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार रियाज बेदार ने कहा, "हम भारतीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और लोग मतदान करने के लिए बहुत उत्साहित हैं. वे अपनी सरकार चाहते हैं जो जनता के मुद्दों को उठा सके. मैं निर्वाचन क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगा."
पट्टन विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी उम्मीदवार जाविद इकबाल ने कहा, "यह मेरी जीत है, क्योंकि लोग बड़ी संख्या में मतदान करने आए हैं. अगर मैं चुनाव जीतता हूं तो मैं निर्वाचन क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगा."
जम्मू-कश्मीर में तीसरे चरण के मतदान पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और नौशेरा विधानसभा सीट से उम्मीदवार रविंदर रैना ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में बड़ी संख्या में लोग मतदान कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे दिल से हिस्सा लिया है. ये चुनाव बहुत अच्छे से संपन्न हुए हैं."
इंजीनियर रशीद ने कहा है कि मतदान प्रतिशत इसलिए बढ़ा है, क्योंकि लोग राज्य दमन के शिकार रहे हैं. 2014 में पीडीपी के सत्ता में आने के बाद से लोगों की आवाज दबा दी गई है. लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहते हैं और वे बदलाव चाहते हैं, क्योंकि वे समझ गए हैं कि वे लोकतांत्रिक तरीकों से ही कुछ हासिल कर सकते हैं. हिंसा का समाज में कोई स्थान नहीं है. कश्मीर के लोगों ने हमेशा लोकतंत्र में विश्वास किया है. वे कश्मीर मुद्दे का लोकतांत्रिक समाधान भी चाहते थे. मुझे उम्मीद है कि मतदान के बाद सुलह का युग शुरू होगा.
आवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के अध्यक्ष शेख अब्दुल रशीद उर्फ इंजीनियर रशीद ने कहा, "मैं बीजेपी से हाथ क्यों मिलाऊंगा? मेरे लिए सत्ता बहुत छोटी चीज है. मैं एक निर्दलीय विधायक था और मैं किसी भी पार्टी में शामिल हो जाता. अगर सत्ता मेरी प्राथमिकता होती तो मैं पीएम मोदी से हाथ मिला लेता. कश्मीर में कई लोग मारे गए हैं. मेरी सबसे बड़ी चिंता यह सुनिश्चित करना है कि ये हत्याएं रुकनी चाहिए. प्राथमिकता यह है कि जनता का जनादेश मिलने के बाद नेतृत्व कैसे काम करेगा. क्या वे पारंपरिक पार्टियों पीडीपी, जेकेएनसी, कांग्रेस और बीजेपी की तरह चुनाव जीतने के बाद वीवीआईपी की तरह घूमते हैं. कश्मीर को इससे आगे जाना है. आवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) का लक्ष्य कश्मीर में स्थायी शांति लाना होगा.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के तीसरे और अंतिम चरण में बहू विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला. इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आए ये सभी शरणार्थी कांग्रेस पार्टी के प्रति बहुत अनुकूल नहीं थे. उन्होंने हमेशा विभाजन के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया, इसलिए जब वे यहां बसे, तो उन्हें अनुच्छेद 370 की आड़ में मतदान के अधिकार और यहां तक कि नागरिकता के अधिकार से भी वंचित कर दिया गया 370 और 35A. विडंबना यह है कि समाज के इसी वर्ग ने भारत को दो प्रधानमंत्री दिए डॉ. मनमोहन सिंह और आई.के. गुजराल. अनुच्छेद 370 ने कभी भी आम आदमी की मदद नहीं की. अगर आप श्रीनगर या कश्मीर की गलियों में आम आदमी से पूछेंगे, तो वे भी अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का समर्थन करेंगे."
जम्मू ईस्ट से कांग्रेस उम्मीदवार योगेश साहनी ने कहा, "धर्मनिरपेक्षता की जीत होगी और लोग पिछले 10 सालों में बीजेपी की ओर से किए गए अत्याचारों का बदला अपने वोट के जरिए लेंगे. कांग्रेस ने यह नहीं कहा कि हम अनुच्छेद 370 लाएंगे, लेकिन हमारी मांग होगी कि जम्मू के युवाओं को उनकी नौकरी मिले और उनकी जमीन भी सुरक्षित रहे. राज्य का दर्जा बहाल हो. मेरी लोगों से अपील है कि हम सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं और मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे घर पर न बैठें, बल्कि वोट करने जाएं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा"आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में तीसरे और आखिरी दौर का मतदान है. मैं सभी मतदाताओं से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतंत्र के उत्सव को सफल बनाने के लिए आगे आएं और अपना वोट डालें. मुझे पूरा विश्वास है कि पहली बार वोट देने जा रहे युवा साथियों के अलावा महिला शक्ति भी बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लेंगी."
जम्मू उत्तर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार शाम लाल शर्मा ने जम्मू के पुरखू सरकारी स्कूल में मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला. इसके बाद उन्होंने कहा, "यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार है. जम्मू-कश्मीर के लोग लंबे समय से विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं. मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें इस बात का सबूत हैं कि लोग जम्मू-कश्मीर में बदलाव चाहते हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि जम्मू प्रांत की 24 सीटों पर लोग पिछले कई सालों के मतदान रिकॉर्ड को तोड़ने जा रहे हैं. मैं मतदाताओं से अनुरोध करता हूं कि वे सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को चुनें."
जम्मू पश्चिम विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अरविंद गुप्ता ने बावे वाली माता महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस सीट से पीडीपी ने रजत गुप्ता और कांग्रेस ने मनमोहन सिंह को मैदान में उतारा है. अरविंद गुप्ता ने कहा, "आज चुनाव का आखिरी चरण है और ये चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए ऐतिहासिक हैं. जिन्होंने 70 साल तक जम्मू-कश्मीर पर राज किया, उन्होंने इसके साथ भेदभाव किया है."
बाहु विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार विक्रम रंधावा ने बावे वाली माता महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की. कांग्रेस ने इस सीट से तरनजीत सिंह टोनी और पीडीपी ने वरिंदर सिंह को मैदान में उतारा है. विक्रम रंधावा ने कहा, "मैंने प्रार्थना की है कि माता रानी राष्ट्रवादी शक्तियों को मजबूत करें. ये चुनाव जम्मू-कश्मीर को एक नई दिशा में ले जाएंगे. जम्मू-कश्मीर ने इस बार सबसे अच्छा फैसला लेने का फैसला किया है."
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "जम्मू-कश्मीर को एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो दूरदर्शी हो और यहां सुरक्षा, शांति और स्थिरता के लिए कड़े फैसले ले सके. आज यहां अंतिम चरण में मतदान करने वाले लोगों को अपनी वोट की शक्ति का उपयोग एक ऐसी सरकार बनाने के लिए करना चाहिए जो जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद, अलगाववाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार से दूर रखे और हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित हो. जम्मू-कश्मीर में पर्यटन, शिक्षा, रोजगार और सर्वांगीण विकास के लिए ऐतिहासिक वोट करें."
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए जम्मू में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने के बाद अपनी स्याही लगी उंगली दिखाई.
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, "मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे बाहर आकर मतदान करें. जो राजनीतिक दल सत्ता में आता है, उसे मुद्दों का समाधान करना चाहिए. मैं किसी भी पार्टी के खिलाफ या पक्ष में नहीं बोलूंगा. मतदाता तय करेंगे कि बहुमत किसी एक पार्टी को दिया जाएगा या नहीं."
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में आज मतदान करने के लिए जम्मू में एक मतदान केंद्र के बाहर कतार में लोग खड़े दिखाई दे रहे हैं. केंद्र शासित प्रदेश के 7 जिलों के 40 निर्वाचन क्षेत्रों में पात्र मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.
बैकग्राउंड
Jammu Kashmir Election 3rd Phase: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए मंगलवार (1 अक्तूबर) को मतदान खत्म हो गया. मतदान सुबह सात बजे से शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक चला. अंतिम फेज में 7 जिलों की 40 विधानसभा सीटों पर 39.18 लाख से ज्यादा मतदाता थे. 5060 मतदान केंद्र बनाए गए थे. इसमें जम्मू की 24 और कश्मीर घाटी की 16 विधानसभा सीटें शामिल हैं.
जम्म कश्मीर के आखिरी चरण के चुनाव में 415 उम्मीदवार अपना भाग्य अजमा रहे हैं. इनमें पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सज्जाद लोन और नेशनल पैंथर्स पार्टी इंडिया के अध्यक्ष देव सिंह जैसे प्रमुख नेता भी चुनावी मैदान में हैं. सज्जाद लोन कुपवाड़ा की दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि देव सिंह उधमपुर की चेनानी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
आरएस पुरा से पूर्व मंत्री रमन भल्ला, बांदीपुरा से उस्मान माजिद, गुरेज से नजीर अहमद खान, उरी से ताज मोहिउद्दीन, वागूरा-क्रीरी से बशारत बुखारी, पट्टन से इमरान अंसारी, गुलमर्ग से गुलाम हसन मीर, बसोहली से चौधरी लाल सिंह, जसरोटा से राजीव जसरोटिया, बिलावर से मनोहर लाल शर्मा, जम्मू उत्तर से शाम लाल शर्मा और अजय कुमार सधोत्रा, मढ़ से मूला राम, विजापुर से चंद्र प्रकाश गंगा और मंजीत सिंह समेत अन्य उम्मीदवार मैदान में हैं.
इन सीटों पर होगा मतदान
अंतिम चरण में 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. इनमें बिश्नाह-एससी, सुचेतगढ़-एससी, आरएस पुरा, जम्मू दक्षिण, बाहु, जम्मू पूर्व, नगरोटा, जम्मू पश्चिम, जम्मू उत्तर, अखनूर-एससी और छंब, बानी, बिलावर, बसोहली, जसरोटा, कठुआ-एससी और हीरानगर, उधमपुर पश्चिम, उधमपुर पूर्व, चेनी और रामनगर-एससी और रामगढ़-एससी, सांबा और विजयपुर, करनाह, त्रेघम, कुपवाड़ा, लोलाब, हंदवाड़ा और लंगेट, सोपोर, रफियाबाद, उरी, बारामूला, गुलमर्ग, वागूरा-क्रीरी और पट्टन, सोनावारी, बांदीपोरा, गुरेज ( एसटी) में वोटिंग होगी.
वहीं इससे पहले 18 सितंबर को पहले चरण में 61.38 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 26 अक्टूबर को दूसरे चरण में 57.31 प्रतिशत मतदान हुआ था. बता दें अगस्त 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है. इसके नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
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