Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर में पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने बीजेपी के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया है. महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) के साथ गठबंधन के सवाल पर कहा कि बिल्कुल नहीं...हमने भाजपा के साथ जम्मू-कश्मीर के मसले के हल के लिए हाथ मिलाया था...हमें लगता था कि वाजपेयी जी की बात को आगे चलाएंगे लेकिन आज भाजपा ने सब तितर-बितर कर दिया.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने हाल में दावा किया है कि चुनाव बाद पीडीपी के साथ गठबंधन के लिए ही राम माधव को वापस लाया गया है. उनके इस बयान पर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी कहा था कि इसका जवाब तो बीजेपी ही दे सकती है कि राम माधव को क्यों लाया गया है, लेकिन इस बात में कोई शक नहीं है कि राम माधव जम्मू कश्मीर में किसी पार्टी के नजदीक हैं तो वह पीडीपी ही है. उमर अब्दुल्ला ने साथ ही कहा कि राम माधव ने ही 2014-15 में पीडीपी और बीजेपी के बीच गठबंधन करवाया था.
कांग्रेस के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसलिए किया गठबंधन
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यह गठबंधन करना आसान नहीं था, लेकिन बीजेपी को हराने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस ने वे सीटें कांग्रेस को दी हैं, जहां उसे लगता था कि वह अच्छा प्रदर्शन कर सकती है.
हुर्रियत के साथ बातचीत करना चाहती हैं महबूबा
उधर, महबूबा मुफ्ती ने यह साफ किया है कि उनकी पार्टी का एजेंडा हुर्रियत के नेताओं के साथ बातचीत शुरू करने की है. उन्होंने कहा कि हुर्रियत के नेता अछूत नहीं है और वे उनसे बात करने के लिए तैयार हैं. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हुर्रियत चीन या पाकिस्तान के नहीं हैं. जब अटल बिहारी वाजपेयी पीएम थे तो लालकृष्ण आडवाणी ने उनसे बात की थी. वे अछूत नहीं हैं. हमारा एजेंडा कश्मीर की समस्या का समाधान करना है.
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