Jammu-Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024: किश्तवाड़ से बीजेपी के एक बड़े नेता ने पार्टी छोड़ दी. रॉकी गोस्वामी (Rocky Goswami) ने टिकट बंटवारे से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी और किश्तवाड़ की पैडर-नागसेनी सीट से निदर्लीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया. वह यहां से बीजेपी के महासचिव और पूर्व राज्य मंत्री सुनील शर्मा को मैदान में उतारे जाने से नाराज हैं. रॉकी गोस्वामी ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए उन्होंने सुरक्षित सीट चुना और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता पूर्व मंत्री सज्जाद अहमद किचलू के लिए बिना किसी लड़ाई के किश्तवाड़ जीतना आसान बना दिया.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पैडर- नागसेनी और किश्तवाड़ दक्षिण कश्मीर और चिनाब घाटी में फैले 24 निर्वाचन क्षेत्रों में से हैं जहां 18 सितंबर को तीन चरणों के पहले चुनाव में मतदान होने जा रहा है. मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन था. बीजपी ने किश्तवाड़ से बीजपी शगुन परिहार को मैदान में उतारा है. सुनील शर्मा पहले किश्तवाड़ से चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें पैडर-नागसेनी शिफ्ट कर दिया गया है.
'हार से बचने सुनील शर्मा ने ढूंढी सुरक्षित सीट'
उधर, रॉकी गोस्वामी ने कहा कि शगुन के पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार दोनों बीजेपी से जुड़े थे. उन्हें नवंबर 2018 में किश्तवाड़ शहर में आतंकवादियों ने गोली मार दी थी. हम हमेशा शहीदों के परिवारों के साथ खड़े रहे हैं लेकिन सुनील शर्मा ने किश्तवाड़ निर्वाचन क्षेत्र में हार से बचने के लिए अपने लिए एक सुरक्षित सीट का इंतजाम कर लिया.
शगुन परिहार को पैडर से सीट देने की मांग
रॉकी ने कहा कि अगर शहीदों का सम्मान करना है तो इस बेटी को सुरक्षित सीट क्यों नहीं दी गई? किश्तवाड़ में बीजेपी की युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले रॉकी गोस्वामी ने आरोप लगाया कि किचलू के खिलाफ एक डमी उम्मीदवार खड़ा किया गया है.
वन-मैन शो चला रहे हैं सुनील शर्मा- रॉकी गोस्वामी
रॉकी ने कहा कि किश्तवाड़ वह सीट थी जिसने 2014 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए 25 सीटें सुनिश्चित कीं क्योंकि किश्तवाड़ में जो कुछ भी हुआ उसकी प्रतिक्रिया पूरे जम्मू क्षेत्र में महसूस की गई लेकिन सुनील शर्मा किश्तवाड़ सीट छोड़कर भगोड़े और गद्दार निकले. रॉकी गोस्वामी ने कहा कि ''मैं बीजेपी आलाकमान को बताना चाहता हूं कि सुनील शर्मा जिले में वन-मैन शो चला रहे हैं.''
ये भी पढ़ें- लोकसभा सांसद राशिद इंजीनियर को मिलेगी राहत? नियमित जमानत की अर्जी पर कल सुनवाई संभव