Jammu Kashmir Election Results 2024: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का अकेले अपने दम पर प्रदर्शन अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है, क्योंकि जम्मू क्षेत्र में उसके 29 उम्मीदवारों में से केवल एक ही जीत पाया है. इस चुनाव में कांग्रेस के दो कार्यकारी अध्यक्ष सहित इसके प्रमुख नेता चुनाव हार गए. हालांकि कांग्रेस ने कहा है कि जम्मू क्षेत्र में परिणाम पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं और इस पराजय पर विस्तृत प्रतिक्रिया मांगी जाएगी.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन में चुनाव लड़ी कांग्रेस ने 32 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें से अधिकतर जम्मू क्षेत्र में थे जबकि क्षेत्रीय दल ने 51 उम्मीदवार उतारे थे. इसके अतिरिक्त, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) को एक-एक सीट दी गई थी.
2014 में कितनी सीटें मिली?
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस, दोनों के बीच पांच सीट पर 'दोस्ताना मुकाबला' था. जम्मू क्षेत्र में कांग्रेस केवल राजौरी सीट जीतने में सफल रही, जबकि 2014 में उसने कुल पांच सीट जीती थीं. कांग्रेस के इफ्तिखार अहमद ने 28,923 वोट हासिल करके अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विबोध गुप्ता को 1,404 मतों के अंतर से हराया. सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार नेशनल कान्फ्रेंस ने इस निर्वाचन क्षेत्र से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा.
निजामुद्दीन भट ने बांदीपोरा से की जीत हासिल
हालांकि कांग्रेस कश्मीर में पांच सीटें जीतने में सफल रही, जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने सेंट्रल शाल्टेंग से, एआईसीसी महासचिव और पूर्व मंत्री जी ए मीर ने डूरू से, इरफान हाफिज लोन ने वागूरा-क्रीरी से, पूर्व मंत्री पीरजादा मोहम्मद सैयद ने अनंतनाग से और पूर्व विधायक निजामुद्दीन भट ने बांदीपोरा से जीत हासिल की.
बीजेपी प्रतिद्वंद्वियों के हाथों हार का करना पड़ा सामना
जम्मू क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके दो कार्यकारी अध्यक्षों, एक पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सहित अधिकांश वरिष्ठ नेताओं को बीजेपी प्रतिद्वंद्वियों के हाथों हार का सामना करना पड़ा. इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए एनसी-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में निर्णायक जनादेश के लिए लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया.
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविन्द्र शर्मा ने लोगों को उनके स्पष्ट जनादेश के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा, 'बीजेपी के खोखले दावों को लोगों ने उजागर कर दिया है और जोरदार संदेश दिया है कि वे पिछले 10 वर्षों से बीजेपी की नीतियों और कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं.''
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