Jammu Kashmir News: महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (Iltija Mufti) भी इस बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं. पीडीपी ने उन्हें श्रीगुफवाडा़-बिजबेहरा सीट से टिकट दिया है. 1999 से ही पीडीपी का गढ़ रही है. यहां से पीडीपी के अब्दुल्ल रहमान बट दो बार विधायक रहे हैं जबकि 1996 में महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस के टिकट से इस सीट से जीत दर्ज की थी. ऐसे में पार्टी के वर्चस्व वाली इस सीट को बचाने की जिम्मेदारी इस बार इल्तिजा मुफ्ती पर है जो कि यह कहती हैं कि महबूबा मुफ्ती का नाम मेरी शुरुआत के लिए अच्छा है लेकिन बाद में लोग यही देखना चाहते हैं कि मुझमें कितनी क्षमता है.
अमर उजाला अखबार से बातचीत में इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के विभिन्न मुद्दों पर बात की.जम्मू-कश्मीर में चाहे नेशनल कॉन्फ्रेंस हो या फिर पीडीपी दोनों पर ही परिवारवाद का आरोप लगता रहा है. इसको लेकर इल्तिजा ने कहा, ''महबूबा मुफ्टी की बेटी हूं यह मेरी शुरुआत लेकिन इसके बाद जो लोग मुझसे चाहते हैं वह मेरी क्षमता है. इसके बाद जो जनता तय करेगी वह मुझे स्वीकार होगा.''
चुनाव लड़ने की वजह?
इल्तिजा क्यों चुनाव लड़ रही हैं? इस अहम सवाल के जवाब में इल्तिजा ने कहा कि मैं लोगों की उम्मीद की किरण बनना चाहती हूं. लोगों की जो पकड़-धकड़ हो रही है मैं उसके खिलाफ बोलना चाहती हूं.
किसी के चुनाव लड़ने पर सवाल करना गलत- इल्तिजा
पीडीपी के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस चुनौती है या फिर इंजीनियर राशीद की पार्टी के नेता या निर्दलीय? इस सवाल पर इल्तिजा ने कहा कि चुनाव के लिए उम्मीदवार जरूरी होता है. उसका इलाके पर असर होता है. हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. किसी के चुनाव लड़ने को गलत कहना तो ओछापन है.
समय बताएगा हार और जीत - इल्तिजा
कश्मीर में इल्तिजा मुफ्ती के चुनाव लड़ने पर विरोधी यह कहते सुने जा रहे हैं कि यह बच्ची है. इस पर इल्तिजा ने कहा कि ये तो बहुत होता है. मैं 37 साल की हूं. मैं सबसे कहती हूं कि जितना दम एक पुरुष में है उतना ही मुझमें भी है. ये तो समय बताएगा, ये बताने की मुझे जरूरत नहीं है.