Jammu Kashmir Latest News: मुख्यमंत्री बनने के बाद उमर अब्दुल्ला ने जम्मू में पहली बार सिविल सोसाइटी के सदस्यों से मुलाकात की. सिविल सोसाइटी के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ उन लोगों की नहीं है, जिन्होंने नेशनल कॉफ्रेंस को वोट दिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू कश्मीर के प्रत्येक नागरिक की है. बिना किसी का नाम लिए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव बाद कुछ राजनीतिक दलों ने जम्मू के लोगों की भावनाओं से खेलना शुरू कर दिया है. जम्मू बनाम कश्मीर के राग अलापे जा रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि नेशनल कॉफ्रेंस की सरकार बराबरी में विश्वास करती है.
मुख्यमंत्री ने कहा, "नेशनल कॉफ्रेंस की सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाना मजबूरी नहीं थी. मजबूरी नहीं होने के बावजूद उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनाया. उपमुख्यमंत्री बनाने का मकसद सिर्फ इतना था कि जम्मू भी सरकार के लिए उतना ही जरूरी है जितना कश्मीर." जम्मू कश्मीर में दशकों पुरानी दरबार मूव की प्रथा को बंद किए जाने पर भी उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने दरबार मूव प्रथा को दोबारा शुरू करने के लिए वचनबद्धता दोहरायी.
'दरबार मूव में जम्मू-कश्मीर के बीच एकता का संदेश'
सीएम ने कहा कि प्रथा को सिर्फ खर्चे के पैमाने पर नहीं तोड़ा जा सकता. दरबार मूव में जम्मू और कश्मीर के बीच एकता का एक संदेश भी है. प्रथा से सुनिश्चित होता था कि किस शासन में जम्मू और कश्मीर का बराबर हिस्सा रहे. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि डेढ़ सौ साल पुरानी दरबार मूव की प्रथा को सिर्फ इसलिए बंद किया गया कि जम्मू कश्मीर पर करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ता था.
एनसी सरकार का मकसद पैसे कमाना नहीं- उमर अब्दुल्ला
उन्होंने कहा कि नेशनल कॉफ्रेंस सरकार का मकसद सिर्फ पैसा कमाना नहीं है. सरकार का मकसद जम्मू और कश्मीर दोनों का बराबर विकास है. पर्यटन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि करीब एक करोड़ श्रद्धालु हर साल वैष्णो देवी की यात्रा पर आते हैं. श्रद्धालुओं को विभिन्न पर्यटक स्थलों तक पहुंचाने से जम्मू की अर्थव्यवस्था पर व्यापक असर पड़ेगा.
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