Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन के तुरंत बाद इस केंद्र शासित प्रदेश की राज्यसभा की रिक्त सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की चार सीटें हैं. इनमें से दो नेशनल कॉन्फ्रेंस अपने पास रख सकती है जबकि एक कांग्रेस को देने के आसार हैं. वहीं, बीजेपी भी यहां से अपना एक सदस्य राज्यसभा भेज सकती है क्योंकि उसके पास एक सदस्य के निर्वाचन के लिए पर्याप्त विधायक हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से फारूक अब्दुल्ला का राज्यसभा जाना लगभग तय माना जा रहा है जबकि दूसरे नाम पर अभी चर्चा चल रही है. जम्मू-कश्मीर की ये चार सीटें फरवरी 2021 से ही रिक्त है और इन सभी का निर्वाचन फरवरी 2015 में हुआ था. इन सभी ने अपना छह साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. इसलिए यहां चुनाव कराया जाना है. विधानसभा ना होने कारण केंद्र शासित प्रदेश में राज्यसभा के चुनाव में तीन साल की देरी हो गई है.
16 अक्टूबर के बाद राज्यसभा के चुनाव की कवायद होगी शुरू
राष्ट्रपति शासन हटने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई. एलजी मनोज सिन्हा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को सरकार बनाने का न्योता दिया है जिन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है. अब यहां 16 अक्टूबर यानी कल शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा. उमर अब्दुल्ला की पार्टी ने 42 सीटें जीती हैं जबकि सहयोगी कांग्रेस के विधायकों को मिलाने के बाद इसने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस को आम आदमी पार्टी के एक विधायक और बाकी निर्दलियों का भी समर्थन है.
नई परिस्थितियों में होगा सरकार का गठन
जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद चुनाव कराए गए थे और 2019 के बाद नई सरकार बनने जा रही है जब यहां से अनुच्छेद 370 को हटाकर इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार नई परिस्थितियों में बन रही है जब एलजी के पास ही कई बड़ी शक्तियां होंगी.
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