Jammu Kashmir News:  उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने बुधवार को गांदरबल विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उमर अब्दुल्ला के बेटे भी उनके साथ मौजूद थे. वह भारी संख्या अपने समथर्कों के साथ मिनी सेक्रेटेरियट पहुंचे. उमर अब्दुल्ला ने इस दौरान सिर से टोपी उतारकर लोगों से वोट मांगा और कहा कि ''मेरा सम्मान आपके हाथ में हैं.''


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उमर ने पहली बार कश्मीरी भाषा में जनता से वोट मांगे.  उमर ने इस दौरान कहा कि हम आने वाले दिनों में राजनीति पर चर्चा करेंगे. हम आने वाले दिनों में दिल्ली के षडयंत्र की चर्चा करेंगे. उमर अब्दुल्ला ने 2014 का विधानसभा चुनाव बडगाम जिले की बीरवाह से लड़ा था. वह श्रीनगर के सोनवार सीट से भी चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन गांदरबाल नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ माना जाता है जहां से शेख अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला भी चुनाव लड़ चुके हैं. दोनों ने ही इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है.


उमर ने ही पलट दिया अपना फैसला
बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने यह घोषणा की थी कि जब तक जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं दिया जाता है, वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि उन्होंने इस फैसले को वापस लेते हुए कहा था कि इससे गलत संकेत जाएगा. उमर ने कहा, ''मैं किसी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं था तो मैं लोगों को उस सीट पर वोट देने के लिए कैसे तैयार कर सकता हूं?''


चुनाव लड़ने को लेकर उमर ने दिया था यह तर्क
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, ''मैं कैसे उम्मीद कर सकता हूं कि मेरे सहकर्मी उस विधानसभा के लिए वोट मांगेंगे जिसे मैं स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हूं या शायद मैं यह संकेत दे रहा हूं कि मैं उसे तुच्छ मानता हूं?'' उमर ने कहा कि ''इन्हीं बातों ने मुझपर दबाव डाला और मैं लोगों को गलत संकेत नहीं दे सकता.'' बता दें कि उमर अब्दुल्ला को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें बारामूला सीट पर निर्दलीय शेख अब्दुल रशीद इंजीनियर ने हराया था. वह टेरर फंडिंग के केस में जेल में बंद है.


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