Ghulam Nabi Azad के इस्तीफे पर बोले फारूक अब्दुल्ला- मुझे इस बात का बहुत अफसोस, मैं उनके लिए दुआ करता हूं
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के इस मुश्किल वक्त में गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने पर अफसोस हुआ. गुलाम नबी ने कांग्रेस को अपना पूरा जीवन दिया.
Jammu Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे पर खेद जताते हुए कहा कि उन्हें ऐसे वक्त में यह नहीं करना चाहिए था जब पार्टी मुश्किल वक्त से गुजर रही है. आजाद ने शुक्रवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''मुझे इस बात का अफसोस है. गुलाम नबी ने कांग्रेस को अपना पूरा जीवन दिया. उन्होंने कॉलेज के दिनों से इसके लिए काम किया. वह कांग्रेस में शीर्ष स्तर तक पहुंचे. वह कई सरकारों में मंत्री रहे, कार्य समिति में सदस्य रहे, महासचिव रहे. वह कांग्रेस पार्टी के स्तंभ थे. वह इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और संजय गांधी के परिवार के सदस्य की तरह थे.''
कांग्रेस में है मुश्किल का वक्त
अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के मुश्किल वक्त में आजाद का पार्टी छोड़ना अच्छी बात नहीं है. नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष ने कहा, ''अगर उन्होंने उस समय पार्टी छोड़ी होती जब वह पटरी पर लौट चुकी होती तो ठीक था, लेकिन भंवर के वक्त उसे छोड़ना अच्छी बात नहीं है. फिर भी, यह उनका फैसला है, मुझे इसके बारे में नहीं पता था और मीडिया से ही सुना. मैं अल्लाह से उनकी हिफाजत की दुआ करता हूं और यह प्रार्थना भी करता हूं कि वह जनता के लिए अच्छे काम करें और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को सुरक्षित रखें, संघीय ढांचे को मजबूत बनाएं और देश में नफरत से लड़े.''
पार्टी आलाकमान देगा ध्यान
अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस आलाकमान भी पार्टी में इस्तीफों की बाढ़ पर ध्यान देगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को हालात का जायजा लेना चाहिए और इन नेताओं को वापस लाना चाहिए जो पार्टी के लिए अच्छा होगा. आजाद के नया राजनीतिक दल बनाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, ''मुझे इस बारे में नहीं पता, यह अभी अटकल है.''