Kishtwar: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के किश्तवाड़ जिले (Kishtwar District) के एक सुदूर पहाड़ी गांव में जन्म से दिव्यांग (Handicapped) एक लड़के के लिए, व्हीलचेयर (Wheelchair) और मासिक पेंशन (Monthly Pension) की व्यवस्था करके सेना (Indian Army) ने दिल जीत लिया है. सेना के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. 


सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, "मुगल मैदान (Mughal Maidan) के शिरी गांव के रहने वाले नौ साल के वारिस हुसैन वानी (Waris Hussain Wani) को इस साल जनवरी में, बाजार (Market) से घर लौटते समय सेना के एक गश्ती दल ने देखा था. वारिस उस समय अकेले थे और उसे पैदल चलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था."


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सेना के अधिकारियों का यह है कहना 
सेना के जम्मू विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, “उस समय भीषण ठंड के कारण वारिस को चलने में काफी परेशानी हो रही थी और वह सक्षम नहीं था. तब सैनिकों ने उसे सुरक्षित घर पहुंचाने में मदद की." उन्होंने कहा कि, "वे यहीं नहीं रुके बल्कि मामले को संबंधित सिविल अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया. इसके परिणामस्वरूप वारिस को एक व्हीलचेयर और समाज कल्याण विभाग द्वारा एक हजार रुपये की मासिक पेंशन प्रदान की गई."


सेना के अधिकारी ने कहा कि, "पैर में परेशानी होने के बावजूद वारिस की हिम्मत और इच्छाशक्ति काबिले तारीफ है और सभी के लिए एक प्रेरणा है." वहीं लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद के मुताबिक, "अन्य बच्चों की तरह वारिस भी स्कूल जाता है और पढ़ाई करता है. वारिस अपने अधिकतर काम खुद ही करते हैं. वारिस शिक्षक बनना चाहते हैं और भविष्य में समाज के निर्माण में योगदान देना चाहता हैं."


सेना की ओर से व्हीलचेयर और मासिक पेंशन की सुविधा पाकर वारिस का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है. शिक्षक बनने का उनका इरादा और अधिक मजबूत हो गया है. लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, “वारिस इस समय चौथी कक्षा में पढ़ते हैं और अपने गांव में अन्य बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गये हैं."


दिव्यांग के पिता ने सेना को कहा धन्यवाद 
वारिस के पिता अल्ताफ हुसैन एक मजदूर के रूप में काम करते हैं. वारिस की मदद करने के लिए अल्ताफ ने सेना की स्थानीय राष्ट्रीय राइफल्स इकाई को धन्यवाद दिया और कहा कि उनका बेटा अब स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ रहा है. जहां वह बेहतर एकाग्रता के साथ अध्ययन करने में सक्षम होगा.


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