Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हालिया आतंकवादी घटनाओं पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आतंकियों की मदद करने वालों का घर जमींदोज करने को जायज ठहराया. उपराज्यपाल ने कहा कि आतंकियों को पनाह देने वालों का घर गिराए जाने की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि शांति के बिना विकास नहीं हो सकता. मनोज सिन्हा बारामूला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे.
उपराज्यपाल ने कहा, "मैं बार-बार कहता हूं कि विकास के लिए शांति सबसे अनिवार्य है. शांति के बिना यकीन मानिए विकास नहीं होगा. कुछ लोग शांति में अभी भी खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा कि पड़ोसी के प्रयास की हमें चिंता नहीं है. हमारे बीच ऐसे लोग हैं जो आतंकियों को को पनाह देते हैं. मनोज सिन्हा ने कहा कि लोग आतंकियों को पनाह या मदद करने वालों की पहचान करें. आतंक के खिलाफ लड़ाई में अवाम की भी सहभागिता जरूरी है.
आतंकवाद पर क्या बोले उपराज्यपाल?
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रशासन, सुरक्षा बल और अवाम मिलकर तय कर लें तो आतंकवाद एक साल साल से ज्यादा नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि आतंकवादी बेकसूर लोगों की जान ले रहे हैं. हाल में कश्मीर घाटी की घटना पर उन्होंने खेद जताया. उन्होंने कहा कि जान लेने का हक किसी को नहीं है. मनोज सिन्हा ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में जनता का सहयोग मांगा. उन्होंने कहा, "पिछले 4 सालों से मैं एक ही बात कह रहा हूं. बेगुनाह को छेड़ो मत और गुनहगार को छोड़ो मत.
आतंकवादी को पनाह देने वाले का घर जमींदोज कर दिया जायेगा. सख्त कार्रवाई से समझौता नहीं हो सकता." उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों की जान लेने वाले के खिलाफ रियायत नहीं होनी चाहिए. सिन्हा ने कहा, " कुछ लोग कहते हैं कि आतंकियों को पनाह देने वालों पर बड़ा अत्याचार हो रहा है. हालांकि अत्याचार नहीं न्याय का तकाजा है है और आगे भी होता रहेगा."
ये भी पढ़ें-
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में लगे 'जय श्री राम' के नारे, अनुच्छेद-370 पर हुआ हंगामा