Jammu Kashmir Lok Sabha Election Schedule: जम्मू कश्मीर में भी तारीखों के ऐलान के साथ चुनावी बिगुल बज गया. जम्मू कश्मीर में पांच चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण की वोटिंग की वोटिंग 19 अप्रैल, दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल, तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई, चौथे चरण की वोटिंग 13 मई और पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई को होगी. हर चरण में एक-एक सीट पर वोटिंग होगी. 4 जून को नतीजे आएंगे.


जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की कुल 5 सीटें हैं. मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाएंगे. चुनाव संपन्न होने के बाद ...तारीख को वोटों की गिनती की जाएगी. प्रदेश में कड़ी सुरक्षा के बीच काउंटिंग के बाद उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो जाएगा. इससे पहले चुनाव आयोग की टीम ने 11 मार्च से 13 मार्च तक जम्मू-कश्मीर का दौरा करते हुए चुनाव की तैयारियों और सुरक्षा को लेकर आकलन किया था.


जम्मू-कश्मीर में बीजेपी उम्मीदवार


जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा के बाद सियासी पार्टियां और भी एक्टिव हो गई है. सियासी दलों ने प्रचार अभियान को और तेज कर दिया है. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को उधमपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. उधमपुर से जितेंद्र सिंह साल 2014 और साल 2019 में चुनाव जीत चुके हैं. पार्टी ने एक बार फिर से उन पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही पार्टी ने जम्मू लोकसभा सीट से जुगल किशोर शर्मा पर भरोसा किया है. साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जुगल किशोर ने जम्मू सीट से जीत हासिल की थी. 


गुलाम नबी आजाद भी सक्रिय


जम्मू कश्मीर में तारीखों के ऐलान के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल बढ़ गई है. इससे पहले डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने उधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्र से अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. आजाद ने इस सीट से जी.एम. सरूरी को चुनाव मैदान में उतारा है. जम्मू कश्मीर में मोदी लहर को लेकर सवाल पर हाल ही में गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि ये कहना अभी मुश्किल है कि पीएम मोदी की लहर का असर जम्मू कश्मीर में पड़ेगा या नहीं. उधर, पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता भी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं.


जम्मू कश्मीर में 2019 चुनाव के नतीजे क्या?


साल 2019 के अगस्त महीने में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया था. जिसके बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग दो केंद्र शासित प्रदेश का दर्ज मिला था. जम्मू-कश्मीर में साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान कुल 6 सीटें थी. लद्दाख अब एक अलग केंद्र शासित प्रदेश है और एक लोकसभा की सीट इस क्षेत्र में पड़ती है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर में अब लोकसभा की 5 सीटें ही हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच जोरदार मुकाबला हुआ था. पिछली बार के चुनाव में बीजेपी के खाते में 3 सीट गई थी वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी तीन सीटों पर शानदार जीत हासिल की थी.